पूनियां ने कहा कि ये यूटर्न वाली सरकार है। मुख्यमंत्री बात के ही धणी हैं। राजस्थान तो बात और तलवार के धनी लोगों की धरती है। यूटर्न लेकर कितने दिन सरकार चलाएंगे। 124ए लगाया और कहा कि मामला गलत हुआ ता इस्तीफा दे दूंगा। तो इस्तीफा देना चाहिए। मुख्यमंत्री की ओर से लगातार की जा रही घोषणाओं को लेकर पूनियां ने कहा कि ये आचरण तो फड़फड़ाने का लगता है। ये लीपापोती करने वाला काम है। आप अन्नपूर्णा को इंदिरा रसोई बनाओ पौने दो साल तो टाइटल बदलने में लगा दिए। उन्होंने कहा कि कोरोना की संख्या बढ़ना चिंताजनतक है, लेकिन सरकार को ज्यादा चिंता कुर्सी बचाने और बाड़े में रहने की है। वो पॉलिटिकल कोरोना से डर रहे हैं।
खुद की फिक्र कर लेते तो यह नौबत नहीं आती भाजपा में गुटबाजी के कांग्रेस के आरोपों पर पूनियां ने कहा कि मुझे समझ नहीं आ रहा है उनकी अपनी पार्टी टूट रही है। हमारी फिक्र कर रहे हैं। भैया अपनी दीवार को बचाओ। खुद की फिक्र कर लेते तो यह नौबत नहीं आती। दो साल बयानों और पत्र लिखने में लगा दिया।
राजे को किसी की मेहरबानी की जरूरत नहीं वसुंधरा राजे को आवास अलॉट करने के प्रश्न पर पूनियां ने कहा कि बीजेपी और वसुंधरा राजे को किसी कांग्रेस या सीएम की मेहरबानी की जरूरत नहीं है। इस तरह की बयान देकर वो सोचते हैं कि हमने पत्थर फेंक दिए। जितने खुद के घर शीशे के होते हैं वो पत्थर क्या फेकेंगे।