पायलट ने कहा कि चाहे धौलपुर की घटना हो चाहे अलवर की घटना हो चाहे बहरोड का जेल तोड़कर कैदी को छुड़ा ले जाना का मामला हो, बीते कुछ महीनों में काफी जगह लॉ एण्ड आर्डर की स्थिति खराब हुई है, उस पर सरकार को गंभीरता से काम करना चाहिए।
हालांकि इसके साथ ही उन्होंने ये कहा कि जो कानून व्यवस्था ढीली हुई है उस पर सरकार ने काम किया है ओर गम्भीरता भी दिखाई है लेकिन ध्यान रखना होगा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार से लोगों की उम्मीदें ज्यादा हैं ओर लॉ एण्ड आर्डर गर्वनेंस का अहम हिस्सा होता है।
उस पर काम करना चाहिए अगर उसमे कोई कमी रही हो तो उसे सुधारना भी चाहिए। पायलट ने कहा कि प्रदेश की मां- बेटियां सुरक्षित रहे इसके लिए सरकार को लॉ एण्ड आर्डर को गम्भीरता से मेंटेन करना चहिए। कानून-व्यवस्था पर पायलट का ये बयान खासी चर्चाएं बटोर रहा है। आपको बता दें कि गृह विभाग का जिम्मा खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पास है।