राज्य में अपने दौरों का आगाज करते हुए उन्होंने शुक्रवार को दौसा में किसान महापंचायत को सम्बोधित किया। किसानों के समर्थन में मजबूत ‘संदेश’ देने के लिए महापंचायत में 8 विधायक जुटे लेकिन आठों वे हैं, जो सियासी संकट के दौरान पायलट के साथ थे। दौसा जिले से कांग्रेस सरकार में दो मंत्री हैं लेकिन दोनों महापंचायत से दूर ही रहे।
स्टेडियम में भीड़, मगर ‘अपने’ ही नहीं आए
संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किसान महापंचायत राजेश पायलट स्टेडियम में आयोजित हुई, जो खचाखच भरा था मगर चर्चा उनकी रही जो नहीं आए। महापंचायत में जिले के लालसोट विधायक व उद्योग मंत्री परसादीलाल मीना, सिकराय विधायक व महिला-बाल विकास मंत्री ममता भूपेश महापंचायत में शामिल नहीं हुए।
ये 8 विधायक रहे मौजूद, जो सियासी संकट के साथी
महापंचायत में मौजूद रहे 8 विधायकों में दौसा विधायक मुरारीलाल मीना, बांदीकुई विधायक जीआर खटाणा, पीआर मीना, सुरेश मोदी, वेदप्रकाश सोलंकी, राकेश पारीक, हरीशचंद्र मीना शामिल हैं। ये सियासी घमासान के दौरान पायलट के साथ रहे थे।
ललकार: किसानों के साथ दुश्मनों जैसा बर्ताव बर्दाश्त नहीं
महापंचायत में पायलट ने कहा, किसानों के साथ दुश्मनों जैसा बर्ताव बर्दाश्त नहीं होगा। चंद उद्योगपतियों की खातिर किसानों का भविष्य अंधेरे में धकेला जा रहा है। नए कृषि कानूनों में मंडियों को समाप्त करने व किसानों का शोषण करने की साजिश रची गई है। बिल वापसी के लिए केन्द्र सरकार पर गांधीवादी तरीके से दबाव बनाया जाएगा। किसानों के समर्थन में सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने पूरे विपक्ष को एकजुट किया।
लोगों से कराए हाथ खड़े, ये 3 प्रस्ताव कराए पास
– तीनों कृषि बिल वापस लिए जाएं
– आंदोलन के दौरान जान गंवाने वालों के परिवार को मुआवजा मिले
– पुलिस में दर्ज मामले वापस लिए जाएं।
(हालांकि पायलट ने 26 जनवरी को लाल किले पर हुई घटना की निंदा की)
सक्रियता: 9 और 17 फरवरी के दौरे भी तय
पायलट ने दो और दौरों के कार्यक्रम तय किए हैं। वह 9 जनवरी को विधायक अमरसिंह जाटव के क्षेत्र बयाना जाएंगे। वहां धार्मिक कार्यक्रम के दौरान जनसभा होगी। इसमें 11 गांवों के लोग शामिल होंगे। 17 फरवरी को चाकसू विधायक वेदप्रकाश सोलंकी के क्षेत्र कोटखावदा में राजेश पायलट की मूर्ति के अनावरण और भगवान देवनारायण की मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होंगे। यहां भी जनसभा होगी।