आप मौजूदा सरकार की तीन बड़ी नाकामी क्या मानते हैं?
भाजपा ने 15 लाख को नौकरी देने का वादा किय, लेकिन एक-डेढ़ लाख को ही दे सके हैं। पीएम जयपुर आए तो उनसे भी झूठ बुलवाया गया। यदि हिम्मत है तो सरकार रोजगार पाने वाले 15 लाख युवाओं के नाम बताए। फिर कांग्रेस भी उन्हें बधाई दे सकेगी। सरकार की बेरूखी से किसान पहली बार आत्महत्या करने को मजबूर हैं। किसी भी विभाग में आज बिना पैसे काम नहीं हो रहा। भ्रष्टाचार संस्थागत हो चुका है। ऐसा राजनीतिक सहमति के बिना संभव ही नहीं है।
भाजपा ने 15 लाख को नौकरी देने का वादा किय, लेकिन एक-डेढ़ लाख को ही दे सके हैं। पीएम जयपुर आए तो उनसे भी झूठ बुलवाया गया। यदि हिम्मत है तो सरकार रोजगार पाने वाले 15 लाख युवाओं के नाम बताए। फिर कांग्रेस भी उन्हें बधाई दे सकेगी। सरकार की बेरूखी से किसान पहली बार आत्महत्या करने को मजबूर हैं। किसी भी विभाग में आज बिना पैसे काम नहीं हो रहा। भ्रष्टाचार संस्थागत हो चुका है। ऐसा राजनीतिक सहमति के बिना संभव ही नहीं है।
सरकार बनी तो ऐसी कोई योजना, जो सबसे पहले बंद करेंगे?
कांग्रेस बदले की भावना से भाजपा की तरह काम नहीं करेगी। जनहित की योजना को बंद नहीं किया जाएगा। जिनमें भ्रष्टाचार, बिचौलियों का दखल या कोई खामी है तो उसे ठीक करेंगे। वैसे भी सरकार बदलने पर मुख्यमंत्री और मंत्री ही बदलते हैं। काम करने वाले वही लोग होते हैं।
कांग्रेस बदले की भावना से भाजपा की तरह काम नहीं करेगी। जनहित की योजना को बंद नहीं किया जाएगा। जिनमें भ्रष्टाचार, बिचौलियों का दखल या कोई खामी है तो उसे ठीक करेंगे। वैसे भी सरकार बदलने पर मुख्यमंत्री और मंत्री ही बदलते हैं। काम करने वाले वही लोग होते हैं।
ऐसे कोई तीन काम, जहां गरीब को मुश्किलों से जूझना पड़ रहा है?
पीडीएस योजना को कठोर कर दिया गया है। काम करते हुए जिन लोगों के अंगूठे घिस गए। उन्हें राशन नहीं मिल रहा। भामाशाह योजना में भारी गड़बडि़यां हैं। आंध्रप्रदेश में ओपन हार्ट सर्जरी तक नि:शुल्क योजना में हो रही है। शिक्षा का भी बुरा हाल है। इन सभी से जनता को राहत की जरूरत है।
पीडीएस योजना को कठोर कर दिया गया है। काम करते हुए जिन लोगों के अंगूठे घिस गए। उन्हें राशन नहीं मिल रहा। भामाशाह योजना में भारी गड़बडि़यां हैं। आंध्रप्रदेश में ओपन हार्ट सर्जरी तक नि:शुल्क योजना में हो रही है। शिक्षा का भी बुरा हाल है। इन सभी से जनता को राहत की जरूरत है।
गुटबाजी खत्म करने के लिए गले मिलवाया?
हमारा केवल राहुल गांधी गुट है। कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं है। गुटबाजी तो भाजपा में है। वसुंधरा और अमित शाह में प्रदेश अध्यक्ष को लेकर अंदरूनी जंग चली, मीडिया को गुटबाजी नजर नहीं आई। आज हम गले मिले तो अनुमान लगाए जाते हैं। मोदी गले मिले तो बुरा नहीं लगा। हमें राहुल ने गले नहीं मिलवाया। एतिहासिक रोड शो के आयोजन को लेकर मैंने ही आगे चलकर सभी को धन्यवाद दिया था।
हमारा केवल राहुल गांधी गुट है। कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं है। गुटबाजी तो भाजपा में है। वसुंधरा और अमित शाह में प्रदेश अध्यक्ष को लेकर अंदरूनी जंग चली, मीडिया को गुटबाजी नजर नहीं आई। आज हम गले मिले तो अनुमान लगाए जाते हैं। मोदी गले मिले तो बुरा नहीं लगा। हमें राहुल ने गले नहीं मिलवाया। एतिहासिक रोड शो के आयोजन को लेकर मैंने ही आगे चलकर सभी को धन्यवाद दिया था।
राहुल पीएम के लिए तैयार हैं तो आप सीएम के लिए क्यों नहीं?
हमारी भूमिका पार्टी तय करती है। मुझे पौने पांच साल पहले पार्टी को जीवित करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। वो मैं कर रहा हूं। मुझे प्रदेश में पार्टी को जिताने तक का काम करना है। आगे कौन नेतृत्व करेगा? यह निर्णय पार्टी और विधायकों का है।
हमारी भूमिका पार्टी तय करती है। मुझे पौने पांच साल पहले पार्टी को जीवित करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। वो मैं कर रहा हूं। मुझे प्रदेश में पार्टी को जिताने तक का काम करना है। आगे कौन नेतृत्व करेगा? यह निर्णय पार्टी और विधायकों का है।
विकास का रोड मैप?
कांग्रेस घोषणा पत्र तैयार कर रही है। विकास का ब्लू प्रिन्ट लगभग तैयार है। पीपीपी के नाम पर बंदरबांट नहीं की जाएगी। निजी निवेश का विरोध नहीं, लेकिन काफी सोच समझ कर होगा।
कांग्रेस घोषणा पत्र तैयार कर रही है। विकास का ब्लू प्रिन्ट लगभग तैयार है। पीपीपी के नाम पर बंदरबांट नहीं की जाएगी। निजी निवेश का विरोध नहीं, लेकिन काफी सोच समझ कर होगा।
ईंधन और शराब को जीएसटी के दायरे में लाना चाहिए?
कांग्रेस पहले ही पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने के लिए कह चुकी है। सरकार आज पेट्रोल-डीजल पर सैस व वेट लगाकर 3 लाख करोड़ रुपए की कमाई कर चुकी है। जो पेट्रोल-डीजल 30- 35 रुपए लीटर मिलना चाहिए, आज 70-80 रुपए लीटर मिल रहा है।
कांग्रेस पहले ही पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने के लिए कह चुकी है। सरकार आज पेट्रोल-डीजल पर सैस व वेट लगाकर 3 लाख करोड़ रुपए की कमाई कर चुकी है। जो पेट्रोल-डीजल 30- 35 रुपए लीटर मिलना चाहिए, आज 70-80 रुपए लीटर मिल रहा है।
कांग्रेस ने पौने पांच साल में ऐसे क्या किया कि जनता उसे चुने?
सरकार के संस्थागत भ्रष्टाचार पर प्रहार किया। खनन विभाग में 45 लाख करोड़ के घोटाले पर सरकार को झुकाया और आवंटन निरस्त कराए। काले कानून के जरिए मीडिया पर पाबंदी लगाने का मामला प्रदेश की जनता में ले गए और सरकार को इसे वापस लेने पर मजबूर किया।
सरकार के संस्थागत भ्रष्टाचार पर प्रहार किया। खनन विभाग में 45 लाख करोड़ के घोटाले पर सरकार को झुकाया और आवंटन निरस्त कराए। काले कानून के जरिए मीडिया पर पाबंदी लगाने का मामला प्रदेश की जनता में ले गए और सरकार को इसे वापस लेने पर मजबूर किया।
इस सियासी माहौल और व्यवस्तता में आप अपने आपको खुश कैसे रख पातेे हैं?
अखबार में अच्छी खबरें पढक़र, स्पोट्र्स और एंटरटेनमेंट पेज देखकर। लेकिन सबसे बड़ी खुशी जनता का रेस्पोंस और उनकी आंखों में जो प्यार झलकता है उसे देखकर ही मिलती है। पौने पांच साल में मुझे प्रदेश की जनता और पार्टी के कार्यकर्ताओं का अपार स्नेह मिला है और वरिष्ठ नेताओं का सहयोग भी रहा है।
अखबार में अच्छी खबरें पढक़र, स्पोट्र्स और एंटरटेनमेंट पेज देखकर। लेकिन सबसे बड़ी खुशी जनता का रेस्पोंस और उनकी आंखों में जो प्यार झलकता है उसे देखकर ही मिलती है। पौने पांच साल में मुझे प्रदेश की जनता और पार्टी के कार्यकर्ताओं का अपार स्नेह मिला है और वरिष्ठ नेताओं का सहयोग भी रहा है।