यहां हाड़ौती में गत् एक माह में फिर एक किसान की ओर से आत्महत्या किए जाने पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने एक बयान जारी कर कहा कि प्रदेश की मुख्यमंत्री व उनके सांसद पुत्र हाड़ौती से निर्वाचित होते हैं, इसके बावजूद क्षेत्र में किसानों की ओर आत्मघाती कदम उठाए जाने का सिलसिला अनवरत जारी है।
लहसुन खरीद होती तो 6 किसान नहीं करते आत्महत्या
उन्होंने कहा कि लहसुन जैसी नगद फसल का उपज के बराबर मूल्य नहीं मिलना इस क्षेत्र के किसानों की आत्महत्या के पीछे का मुय कारण है जिसकी सरकार जानबूझकर अनदेखी कर रही है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने समय रहते कदम उठाकर किसानों के लहसुन को सरकारी स्तर पर खरीद लिया होता तो 6 किसानों को बेमौत मरने से बचाया जा सकता था।
उन्होंने कहा कि मृतक किसान बनवारीलाल ने मरने से पहले अपने माता-पिताके नाम एक नोट भी छोड़ा है जिसमें इस प्रकार मौत को गले लगाने को गलत बताया है लेकिन आत्महत्या को मजबूरी भी बताया है। उन्होंने कहा कि मृतक किसान का यह मार्मिक पत्र प्रदेश कीजनता को गमगीन कर रहा है लेकिन अफसोस है कि अन्नदाताओं की ऐसी मौत सरकार की आंखें नम नहीं कर पा रही है।
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पायलट ने कहा कि संवेदनहीन सरकार किसानों के द्वारा उठाए गये आत्मघातीकदमों को सिरे से नकार कर उन्हें मरने के लिए मजबूर कर रही है। कब तक और कितनी संवदेनहीनता? उन्होंने कहा कि भाजपा का पूर्ववर्तीशासनकाल अपने हकों की मॉंग रखनेवाले आन्दोलनरत समाज के खून से रंगागया था और यह कार्यकाल किसानों कीबदहाली व उनकी मौत के बढ़ते आंकड़ेसे दागदार हो रहा है। उन्होंने कहाकि भाजपा सरकार ने जिस प्रकार किसानोंकी अनदेखी की है वह राजस्थान के इतिहासमें काले अध्याय के रूप में अंकित होगई है।