बताया जा रहा है कि सफाईकर्मियों के ही एक गुट ने आयुक्त को शिकायत की थी कि कई जोन में सफाईकर्मियों ने सफाई की बजाय दूसरे काम कराएं जा रहे हैं, जबकि नियमानुसार सफाई कर्मचारियों से गैर सफाई का काम नहीं करवाया जा सकता है। ऐसा करना नगरपालिका एक्ट के नियमों के विपरीत है। आपको बता दें कि स्वच्छता सर्वेक्षण में जयपुर ग्रेटर नगर निगम की रैंक बहुत खराब आई है। इसके पीछे सफाई कर्मचारियों ने कुछ कर्मचारियों को गैर सफाई कार्य में लगाने को भी वजह बताया है।
शिकायत मिली तो होंगे सेवा से मुक्त उपायुक्तों को लिखे पत्र में आयुक्त ने राज्य सरकार के आदेशों का हवाला दिया है। आयुक्त ने लिखा है कि वर्ष 2018 में भर्ती सफाई कर्मचारियों से केवल उनके मूल पद का ही काम करवाया जाए। आयुक्त ने चेताया कि अगर सफाईकर्मी से गैर सफाई कार्य करने की प्रमाणित शिकायत प्राप्त हुई तो चयनित सफाई कर्मचारी को सेवा से पृथक करने की कार्रवाई की जाएगी।