-संघर्ष के निशान नहीं जोशी ने कहा कि किसी व्यक्ति को जलाकर मारा जाता है या फिर स्वयं आग लगाता है तो मौके पर संघर्ष के निशान या फिर सामान आदि अस्त-व्यस्त मिलता है, लेकिन ठेके के अंदर एेसे कोई हालात नहीं मिले हैं। एेसे में सेल्समैन की मौत धुएं के कारण दम घुटने से भी हो सकती है।
-ठेका अंदर से बंद कर नशे में सो रहा था उन्होंने कहा कि जानकारी में आया है कि मृतक सेल्समैन शराब पीने का आदी था। घटना की रात वह संभवत: अत्यधिक शराब के नशे में ठेके का अंदर से शटर बंद कर सो रहा था। ठेके में बिजली का कनेक्शन भी नहीं है। अंदर बीड़ी पड़ी मिली हैं। संभवत: बीड़ी सुलगने से ठेके के अंदर आग लगी है। आग का धुआं घुटने पर सेल्समैन खुद को बचाने के प्रयास में बर्फ की सिल्ली रखने वाले लोहे के बक्सेनुमा फ्रिज में घुसा हो। पोस्टमार्टम और एफएसएल रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट कारणों का पता चल सकेगा।
-वेतन विवाद… जिस शराब ठेके में सेल्समैन की मौत हुई है उसमें लाखों रुपए का माल भरा हुआ था। इन दोनों तथ्यों के बारे में शराब ठेकेदार और ग्रामीणों से पड़ताल की जा रही है।
-एफएसएल टीम ने जुटाए साक्ष्य सोमवार को एफएसएल टीम ने मौके पर पहुंचकर मौत से जुड़े साक्ष्य जुटाए। वहीं भिवाड़ी पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने बारीकी से घटनास्थल का जायजा लिया और अधीनस्थ पुलिस अधिकारियों से पूरे मामले की विस्तार से जानकारी ली। पुलिस और एफएसएल टीम को मौके से एक सेल्समैन का मोबाइल तथा दूसरा छोटा मोबाइल बरामद हुआ। ठेके के अंदर बीडि़यां पड़ी हुई थी। ठेके का ताला अंदर से लगा हुआ था और अभी भी लटका हुआ है। शराब ठेके के कंटेनर में पीछे से कोई सूराख नहीं मिला। जबकि परिजनों ने कंटेनर में पीछे से सुराख कर आग लगाने का आरोप लगाया था। ठेके में बिजली का कनेक्शन नहीं था।