scriptभीमसिंह भाटी के एनकाउंटर पर राजस्थान पुलिस का नया खुलासा | sanchore encounter: bhim singh encounter on rajasthan police | Patrika News

भीमसिंह भाटी के एनकाउंटर पर राजस्थान पुलिस का नया खुलासा

locationजयपुरPublished: Oct 30, 2017 02:31:25 pm

Submitted by:

Kamlesh Sharma

राजस्थान पुलिस भीमसिंह भाटी के एनकाउंटर घटना के बाद फूंक-फूंक कर कदम रख रही है।

bhim singh

bhim singh

मुकेश शर्मा/जयपुर। आनंदपाल और चरक सिंह एनकाउंटर के बाद एक समुदाय का आक्रोश झेल रही राजस्थान पुलिस भीमसिंह भाटी के एनकाउंटर घटना के बाद फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। लोगों के आक्रोश को देखते हुए एक तरफ जहां स्थानीय पुलिस आंध्रप्रदेश पुलिस की कारवाई की जानकारी नहीं होने की बात साझा की है।
वहीं पुलिस मुख्यालय ने कहा है कि आंध्रप्रदेश पुलिस की जानकारी स्थानीय पुलिस को थी। करीब दस दिन से आंध्रा की करनूल पुलिस राजस्थान में भीमसिंह भाटी और उसके अन्य सहयोगी की तलाश में थी। जानकारी मिली है कि आंध्रा पुलिस का भीमसिंह भाटी से अचानक सामना हुआ। पीछा करते समय भीम सिंह की तरफ से पहले फायरिंग हुई। जबावी कार्रवाई करते हुए आंध्रा पुलिस ने नाकाबंदी करवाने के लिए स्थानीय पुलिस से संपर्क भी साधा था। लेकिन घटना इतनी तेजी से हुई कि एनकाउंटर में भीम सिंह की मौत हो गई। पुलिस के वर्तमान और रिटायर्ड अधिकारियों का यह भी कहना है कि सीआरपीसी एक्ट में प्रावधान है कि जरूरत पडऩे पर किसी भी राज्य की पुलिस देश में कहीं पर भी जाकर सीधी कार्रवाई कर सकती है।
एक आंध्रा पुलिस ने दर्ज कराया, दो उसके खिलाफ मामले
भीम सिंह भाटी के एनकाउंटर के मामले में एक एफआईआर आंध्रा पुलिस ने दर्ज कराई है। जबकि दूसरी एफआईआर भीमसिंह भाटी के साथ गाड़ी में चालक भरत पुरोहित ने आंध्रा पुलिस के खिलाफ दर्ज कराई है। इसकी जांच जोधपुर रेंज आईजी की निगरानी में सुमेरपुर पुलिस उप अधीक्षक कर रहे हैं। जबकि घटना के दौरान वाहन की चपेट में आने से मृतक महिला के परिजनों ने भी आंध्रा पुलिस के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
READ: भीमसिंह एनकाउंटर प्रकरण की हकीकत 59 लाख बरामद 4.75 करोड़ का पता नहीं

दत्तू का जयपुर में किया था एनकाउंटर, पहले गैंगवार समझे
मोती डूंगरी गणेश मंदिर के पास हरियाणा पुलिस ने खुद के वांटेट अपराधी दत्तू का एनकाउंटर किया था। दत्ते के पास भी लोडेड पिस्टल मिली। घटना के बाद हरियाणा पुलिस वहां से निकल गई। सूचना पर स्थानीय पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। पहले गैंगवार की आशंका जताई गई। लेकिन कुछ देर बाद ही हरियाणा पुलिस स्थानीय पुलिस से संपर्क साधा और एनकाउंटर की जानकारी दी। तब हरियाणा के ही रहने वाले वांटेट दत्तू के एनकाउंटर का पता चला था।
READ: हिस्ट्रीशीटर भीमसिंह ने जातिबंधन तोड़ किया था प्रेमविवाह, परिवार ने नाता तोड़ा

मिलीभगत की आशंका से कारवाई
पूर्व डीजीपी पीके तिवाड़ी का कहना है कि सामान्य तौर पर किसी भी स्टेट की पुलिस अन्य स्टेट में अपराधियों को पकडऩे जाती है तो वहां की स्थानीय पुलिस या एसपी से संपर्क करती है। इस दौरान स्थानीय पुलिस को अपराधी के संबंध में जानकारी देती है और उसे पकडऩे के लिए मदद मांगती है। उन्होंने बताया कि जब किसी अन्य स्टेट की पुलिस को आशंका होती है कि स्थानीय पुलिस की अपराधी से सांठगांठ है और वह उसे पहले सूचना दे भगा सकती है। ऐसी स्थिति में अन्य स्टेट की पुलिस सीधे अपराधी को पकडऩे के लिए कार्रवाई कर सकती है।
3 साथी गिरफ्तार, 70 लाख बरामद
पुलिस मुख्यालय ने बताया कि भीमसिंह भाटी के खिलाफ डेढ़ दर्जन आपराधिक प्रकरण राजस्थान में दर्ज थे। अन्य स्टेट में भी उसके खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज थे। आंध्रा के करनूल में ज्वैलर्स से 5.50 करोड़ रुपए लूटने से पहले भीम सिंह और उसके साथियों ने महाराष्ट्र के एक इंस्पेक्टर की कार लूटी, साथ में एक अन्य कार चोरी कर आन्ध्रा पहुंचे थे। वहां अपने एक परिचित के जरिए ज्वैलर्स की सूचना ले करनूल में उनसे रुपए लूट भाग निकले थे। करनूल पुलिस ने पड़ताल करते हुए भीम सिंह के तीन साथियों को गिरफ्तार कर उनसे 70 लाख बरामद कर लिए थे।

आंध्रप्रदेश पुलिस कई दिनों से राजस्थान में थी। स्थानीय पुलिस को उसकी सूचना थी। लेकिन अचानक भीम सिंह से आंध्रा पुलिस का सामना हुआ। भीम सिंह ने गोली चलाई तो जबावी कार्रवाई करते हुए आंध्रा पुलिस ने नाकाबंदी के लिए सूचना दी, लेकिन घटना इतनी जल्दी हुई कि भीमसिंह का एनकाउंटर हो गया। अपराधी को पकडऩे के लिए किसी भी स्टेट की पुलिस दूसरे स्टेट में सीधे भी कार्रवाई कर सकती है।
एनआरके रेड्डी, एडीजी, कानून एवं व्यवस्था राजस्थान
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो