वहीं, शुक्रवार को फिर हरमाड़ा क्षेत्र में अवैध खनन (
illegal gravel mining ) माफियाओं नें खनिज विभाग के अधिकारियों के साथ गुंडा़गर्दी की। अवैध खनिज की माइनिंग और परिवहन करने के मामले में कार्यवाही करने के दौरान खनिज अधिकारियों के साथ माफिया हाथापाई पर उतर आया।
आपको बता दें कि चौमू हाईवे के पास स्थित हरमाड़ा इलाके में अवैध खनिज की माइनिंग की शिकायत पर खनिज विभाग की टीम कार्यवाही करने पहुंची। जैसे ही खनिज माफियाओं को इसकी भनक लगी तो वे वहां से भागने लगे। लेकिन भागने में नाकाम माफियाओं के संसाधन पकड़ने के बाद वे अधिकारियों की टीम से हाथापाई पर उतर आए। हालांकि सूचना के बाद तुरंत पुलिस जाप्ता पहुंचा। जिसके बाद पुलिस की सहायता से खनिज विभाग नें 6 लोगों को पकड़ा और साथ ही 1 डंपर सहित 4 ट्रैक्टर 2 जेसीबी मशीन जप्त किए।
वहीं, राजधानी के करधनी में डंपर से कुचलकर किशोर सिंह की हत्या कर देने के बाद भी बजरी माफिया बेखौफ दिखा। बजरी खनन पर सख्ती से रोक के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद गुरुवार को भी बजरी से भरे वाहन दौड़ते रहे।
टायर पंचर, तो घर के बाहर लगाया ढेर जयपुर के मोहनपुरा में रहने वाले युवक ने बताया कि बजरी से लदे (
mining sand and gravel ) डम्पर दिन-रात निकलते हैं। देर रात को एक डम्पर का टायर पंक्चर हो गया तो चालक ने बजरी उनके घर के बाहर खाली कर दी। आवाज सुनकर वे बाहर आए और चालक को टोका लेकिन वह पंचर होने के बावजूद डंपर भगा ले गया।
एक स्कूली बच्चे ने बताया कि मुझे पता है कहां से डंपर आते हैं। मोहनपुरा में हमारे स्कूल के पास वाली गली से बजरी के डंपर आते हैं। मैं स्कूल आता-जाता हूं तब कई बजरी के डंपर दौड़ते मिलते हैं। शांतनु ने तीन अंगुलियां दिखाते हुए कहा, रास्ते में कई बार तो 3-3 डम्पर एकसाथ मिलते हैं। डर तो लगता है लेकिन करें भी तो क्या?
ऐसे में सुप्रीम कोर्ट के बजरी पर रोक के बाद भी इन दिनों लगातार बजरी माफिया सक्रिय है। साथ ही बेखौफ बजरी माफिया अब हिंसक भी हो गया है। प्रशासन की लगाम उस पर नाकाम साबित हो रही है।