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संपत्ति जब्त होने से पहले ही संजीवनी क्रेडिट सोसायटी की प्रॉपर्टी खुर्द-बुर्द!

locationजयपुरPublished: Oct 18, 2019 01:33:48 am

Submitted by:

Ankit

पीडि़त निवेशकों ने रजिस्ट्रार और एसओजी को दी रिपोर्ट: एक माह में 46 भूखंड, फ्लैट और दुकानें दूसरे लोगों को बेचीं, ईडी व रजिस्ट्रार की कार्रवाई से पहले ही खेल

संपत्ति जब्त होने से पहले ही संजीवनी क्रेडिट सोसायटी की प्रॉपर्टी खुर्द-बुर्द!

संपत्ति जब्त होने से पहले ही संजीवनी क्रेडिट सोसायटी की प्रॉपर्टी खुर्द-बुर्द!

जयपुर. प्रदेश में जालसाज चिटफंड सोसायटियों की संपत्ति जब्त करने का कानून भले ही लागू हो गया है, लेकिन कानून के तहत कार्रवाई से पहले ही इन संपत्तियों को खुर्द-बुर्द करने का खेल भी शुरू हो गया है। जालसाजी के शिकार निवेशकों ने ही ये आरोप लगाया है। प्रदेश में निवेशकों को उनकी रकम लौटाने के लिए द बेनिंग ऑफ अनरेगुलेटेड डिपोजिट स्कीम एक्ट 2019 को मंजूरी दे जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया है। लेकिन कमेटी के कार्रवाई से पहले ही सोसायटी के पदाधिकारी सक्रिय हो गए हैं। सोसायटी के पीडि़त निवेशकों ने रजिस्ट्रार नीरज के पवन और एसओजी अधिकारियों को इस संबंध में शिकायत की है। पीडि़त निवेशकों ने 46 भूखंड, फ्लैट और दुकानों की सूची भी दी है, जिनकी गत एक माह में जोधपुर में बेचान कर रजिस्ट्री करवाई गई है। निवेशकों ने सम्पत्ति के खरीदारों के नाम की सूची भी दी है। इनमें 31 भूखंड, फ्लैट और दुकानें एक ही व्यक्ति ने खरीदी हैं, जबकि दो भूखंड एक व्यक्ति ने और अन्य ने एक-एक सम्पत्ति खरीदी है। जोधपुर निवासी पीडि़त निवेशक पिंकी अग्रवाल और अन्य ने बताया कि रजिस्ट्रार नीरज के पवन ने उक्त बेचान की गई सम्पत्तियों की जांच करवाने का आश्वासन दिया है। उधर, ईडी भी संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी की सम्पत्तियों की जानकारी जुटा रही है।
फरार पदाधिकारी करवा रहे सौदा
पीडि़त निवेशकों ने एसओजी से सोसायटी के फरार चल रहे पदाधिकारियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग भी की है। एसओजी ने संजीवनी सोसायटी में फर्जीवाड़ा उजागर कर इसके संस्थापक विक्रम सिंह सहित पांच पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया था। जबकि आरोपी विक्रम सिंह की पत्नी सहित करीब पांच छह पदाधिकारी फरार हो गए थे। उनको एसओजी तलाश रही है। हालांकि पीडि़त लोगों का आरोप है कि फरार चल रहे पदाधिकारी ही सम्पत्तियों को बेचान कर खुर्द-बुर्द कर रहे हैं।
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