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मध्य प्रदेश में सियासी उठापठक के बीच Sara Pilot ने सभाल ली ये बड़ी ज़िम्मेदारी

locationजयपुरPublished: Mar 12, 2020 11:22:46 am

Submitted by:

Nakul Devarshi

मध्य प्रदेश के हाई वोल्टेज सियासी ‘उठापठक’ के बीच राजस्थान के डिप्टी सीएम सचिन पायलट ( Sachin Pilot ) की पत्नी सारा पायलट ( Sara Pilot ) भी खबरों में हैं।

Sara Pilot will look after Omar Abdullah Twitter Handle
जयपुर।

मध्य प्रदेश के हाई वोल्टेज सियासी ‘उठापठक’ के बीच राजस्थान के डिप्टी सीएम सचिन पायलट ( Sachin Pilot ) की पत्नी सारा पायलट ( Sara Pilot ) भी खबरों में हैं। दरअसल, सारा इस बार अपने भाई व जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ( Omar Abdullah ) की वजह से चर्चा में हैं। ताज़ा मामला सारा के उमर अब्दुल्ला के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल संभालने से जुड़ा है।

सारा ने संभाली उमर के ट्विटर की ज़िम्मेदारी
करीब सात महीनों से नज़रबंद नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला के 50वें जन्मदिन पर उनकी बहन सारा पायलट ने उनका ट्विटर अकाउंट संभाल लिया है। उमर के ट्विटर बायो पर बाकायदा ये लिखा गया है कि यह अकाउंट अस्थाई तौर पर सारा अब्दुल्ला पायलट संभालेंगी। जैसे ही उमर रिहा होंगे ये अकाउंट उन्हें सौंप दिया जाएगा।
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गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर में कई नेता इस वख्त नज़रबंद हैं और उनकी हर गतिविधि पर पैनी नज़र राखी जा रही है। उमर अब्दुल्ला की ही तरह जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी नेता महबूबा मुफ़्ती का ट्विटर हैंडल भी उनकी बेटी इल्तिज़ा मुफ़्ती चला रही हैं।

भाई को छुड़वाने के लिए लगाई थी याचिका
सारा अब्दुल्ला पायलट इससे पहले फरवरी महीने में तब चर्चा में आईआईं जब उन्होंने उमर अब्दुल्ला की हिरासत के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी। कोर्ट की सुनवाई के बाद सारा ने कहा, उम्मीद है कि भाई को जल्द राहत मिलेगी। हमें न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है।

याचिका में ये दी दलील

सारा पायलट ने 10 फरवरी को याचिका लगाई थी, जिसमें तर्क दिया था कि उमर की हिरासत उनकी अभिव्यक्ति के अधिकार का हनन है। इसपर कोर्ट ने कहा ‘ये मामला व्यक्तिगत स्वतंत्रता का है।’ वहीं जम्मू कश्मीर प्रशासन ने कोर्ट से कहा कि नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला के ‘पिछले आचरण’ को देखते हुए ही उन्हें जन सुरक्षा कानून के तहत नजरबंद किया गया है और अगर उन्हें रिहा किया गया तो इस आचरण को पुन: दोहराने की संभावना है जो सार्वजनिक व्यवस्था के लिये हानिकारक हो सकती है।
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