scriptसराफ ने प्रदेश सरकार पर महिलाओं के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ का लगाया आरोप | Saraf accused the state government of messing with women's health | Patrika News

सराफ ने प्रदेश सरकार पर महिलाओं के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ का लगाया आरोप

locationजयपुरPublished: Apr 26, 2020 09:14:19 pm

Submitted by:

Umesh Sharma

मालवीय नगर विधायक कालीचरण सराफ ने चिकित्सा विभाग के 23 अप्रेल को जारी सर्कुलर पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरकार की कथनी और करनी में बहुत अंतर है। इस सर्कुलर में कोविड 19 के दौरान भी महिलाओं के स्वास्थ्य, उनके प्रसव एवं मातृ-नवजात संबंधी स्वास्थ्य सुविधाओं को प्राथमिकता देते हुए जारी रखने की प्रतिबद्धता दर्शाई गई है। लेकिन इसके ठीक उलट सरकार महिलाओं को उनके स्वास्थ्य, प्रसव इत्यादि सेवाओं से वंचित रखने के निर्णय ले रही है।

सराफ ने प्रदेश सरकार पर महिलाओं के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ का लगाया आरोप

सराफ ने प्रदेश सरकार पर महिलाओं के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ का लगाया आरोप

जयपुर।

मालवीय नगर विधायक कालीचरण सराफ ने चिकित्सा विभाग के 23 अप्रेल को जारी सर्कुलर पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरकार की कथनी और करनी में बहुत अंतर है। इस सर्कुलर में कोविड 19 के दौरान भी महिलाओं के स्वास्थ्य, उनके प्रसव एवं मातृ-नवजात संबंधी स्वास्थ्य सुविधाओं को प्राथमिकता देते हुए जारी रखने की प्रतिबद्धता दर्शाई गई है। लेकिन इसके ठीक उलट सरकार महिलाओं को उनके स्वास्थ्य, प्रसव इत्यादि सेवाओं से वंचित रखने के निर्णय ले रही है।
सराफ ने कहा कि ऐसा ही एक निर्णय सरकार ने महिला प्रसव के लिए 200 बेड एवं 22 बेड की एसएनसीयू सुविधाओं से युक्त जयपुरिया हॉस्पिटल में कोविड 19 मरीजों को रखने का लिया है। कोविड मरीजों को यहां रखने के चिकित्सा विभाग के मूर्खतापूर्ण निर्णय से महिला प्रसव एवं मातृ शिशु चिकित्सा के लिए यहां आने वाले लोग संक्रमण फैलने के डर से शून्य हो गए हैं। महिला चिकित्सालय सांगानेरी गेट को कोविड डेडिकेटेड करने के बाद वहां सामान्य महिला प्रसव नहीं किए जाने के बाद जयपुरिया ही एकमात्र हॉस्पिटल है, जहां महिला चिकित्सा व प्रसव के लिए 200 बेड के साथ 10 सीनियर डॉक्टर्स, 10 रेजिडेंट्स एवं 21 नर्सिंग स्टाफ तथा एसएनसीयू में 22 बेड के साथ 6 डॉक्टर्स, 3 रेजिडेंट्स व 6 नर्सिंग स्टाफ की उच्च स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध हैं और शहर की लगभग 15 लाख आबादी को इन सुविधाओं का लाभ मिल रहा था।
महत्वपूर्ण विषय यह है कि सर्कुलर के अनुसार महिला प्रसव एवं नवजात चिकित्सा स्टाफ को स्थानांतरित किए बिना अपनी सेवाएं देनी हैं, लेकिन सरकार ने अंतर्विरोधी निर्णय लेते हुए जयपुरिया हॉस्पिटल में महिला चिकित्सा सुविधाओं एवं स्टाफ को कोविड 19 मरीजों के इलाज में लगा दिया है, जिससे हजारों महिलाएं प्रसव एवं नवजात चिकित्सा सुविधाओं से वंचित हैं जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। सराफ ने मांग की है कि सरकार हठधर्मिता को त्याग कर जयपुरिया हॉस्पिटल को कोविड—19 मरीजों से मुक्त करके वहां दोबारा महिला शिशु चिकित्सा व प्रसव सेवाएं शीघ्र बहाल कराए।
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