पूनियां ने कहा कि नीट-जेईई मेन परीक्षा को लेकर मुख्यमंत्री गहलोत केन्द्र सरकार पर सवाल खड़े करते हैं, लेकिन खुद दोहरा रवैया अपनाते हैं। इन्हीं की सरकार का प्रारम्भिक शिक्षा विभाग 31 अगस्त को प्री डी.एल.एड. परीक्षा आयोजित करवाने जा रहा है। यह कैसा दोगला चरित्र है आपका? पूनियां ने कहा कि प्रदेश के 1 करोड़ 40 लाख से अधिक बिजली उपभोक्ताओं को कांग्रेस सरकार ने बड़ा झटका दिया है। अब बिजली कम्पनियां बिल में 30 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से फ्यूल चार्ज वसूलेंगी, जिससे प्रदेश के आमजन और किसानों पर दोहरी मार पड़ेगी।
दो हजार चिकित्सकों की भर्ती क्यों रद्द की ? पूनियां ने कांग्रेस सरकार द्वारा दो हजार चिकित्सकों की भर्ती को रद्द करने का विरोध करते हुए कहा कि प्रदेश में लाखों पदों पर भर्तियां लम्बित हैं, जिन्हें पूरा करना सरकार की प्राथमिकता है, लेकिन इस बीच भर्तियां पूरी करना तो दूर, चिकित्सक भर्ती परीक्षा लेने के बाद उसे रद्द करना राज्य सरकार के सिस्टम पर सवालिया निशान खड़ा करता है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं चिकित्सा मंत्री स्पष्ट करें कि इस परीक्षा में क्या खामियां थीं, जिसके कारण रद्द किया गया है।
कोरोना प्रबंधन पर सरकार का ध्यान नहीं पूनियां ने प्रदेश में कोरोना कुप्रबंधन को लेकर कहा कि 74 हजार से अधिक मामले एवं 900 से अधिक मौतें हो चुकी हैं। सीएमओ के अन्दर भी कोरोना के कई मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन राज्य सरकार और मुख्यमंत्री गहलोत का कोरोना प्रबंधन एवं चिकित्सा व्यवस्थाओं को ठीक करने पर कोई ध्यान नहीं है।