सतीश पूनिया ने कहा कांग्रेस को निकाय चुनावों में हार का डर सता रहा है और निकाय चुनावों में सिर्फ अपनी सीटें बढ़ाने के उद्देश्य से इस प्रकार के निर्णय ले रही है। उन्होंने कहा कांग्रेस अपनी सीटें बढ़ाने के लिए चाहे पुनः सीमांकन में गड़बड़ करें, चाहे हाईब्रिड माॅडल लेकर आए या फिर निगमों का विकेन्द्रीकरण करें कांग्रेस को इससे कोई लाभ नहीं होगा। क्योंकि निकाय चुनावों में भी जनता देश के स्थानीय मुद्दों के अलावा देश और राष्ट्रवाद के मुद्दों पर मतदान करती है और देश की जनता भाजपा और मोदी जी पर भरोसा करती है।
निकाय चुनाव से पहले सरकार का बड़ा फैसला, जयपुर, जोधपुर और कोटा में होंगे दो-दो महापौर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कहा इस प्रकार के निर्णय अच्छी कार्ययोजना के तहत लिए जाते है और इसमें जनता की राय भी मायने रखती है। उन्होंने कहा कि सबसे पहले 2011 की जनगणना के आधार पर भाजपा वार्डों का पुनः सीमांकन कर चुकी थी, जिसपर किसी को भी आपत्ती नही थी और सहज व सुन्दर तरीके से निकाय चुनाव सम्पन्न हुए।
कांग्रेस पार्टी ने सरकार आने के बाद विधानसभा में प्रत्यक्ष चुनाव के लिए प्रस्ताव पारित किया था, लेकिन चुनाव आते ही उस निर्णय को वापस ले लिया, यह सरकार शुरू से ही निकाय चुनावों को लेकर परेशान है जिस कारण वार्डों का पुनः सीमांकन किया जिसमें जाति, पंथ और मजहब के नाम पर वार्डों को बांटने की कोशिश की और अब हाईब्रिड माॅडल लागू करने की बात कर रही है, जिसके बारे में जनता को पता ही नहीं है।
उन्होंने कहा धारा 370 और 35ए हटने के बाद जनता का भाजपा और मोदी जी पर विश्वास और बढ़ा है, जिसके कारण कांग्रेस चाहे कितनी ही तिकडम लगा ले, लेकिन निकाय चुनावों में कांग्रेस की हार निश्चित है।