पूनियां ने कहा कि यूरिया की कालाबाजारी के कारण हाड़ौती क्षेत्र सहित पूरे राजस्थान का अन्नदाता किसान बेहद त्रस्त है। सरकार यूरिया उपलब्ध कराने की बजाय हाड़ौती क्षेत्र में खाद विक्रेताओं द्वारा अटैचमेंट के नाम पर किसानों को डीएपी लेने के लिये बाध्य करके करोड़ों रुपए की कालाबाजारी का खेल खेला जा रहा है, वहीं सरकार आंखें मूंदकर अन्नदाता की इस समस्या को अनदेखा कर रही है।
अन्नदाता को नहीं मिला यूरिया पूनियां ने अन्नदाता किसानों के पक्ष में आवाज उठाते हुए कहा कि प्रदेश में हालात इस कदर नियंत्रण के बाहर हो चुके है कि खाद विक्रेताओं के यहां किसानों की भीड़ उमड़ रही है, लेकिन कालाबाजारी के चलते अन्नदाता को यूरिया उपलब्ध नहीं करवाया जा रहा है। कल ही झालावाड़ जिले में एक किशोरी जो घण्टों से यूरिया लेने के लिए लाईन में खड़ी थी, वो हैरान और परेशान होकर बेहोश हो गई। लेकिन प्रशासन को कोई फर्क नहीं पड़ा। डाॅ. पूनियां ने अन्नदाता किसानों की राजस्थान सरकार द्वारा की जा रही अनदेखी पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि प्रदेश में यूरिया की कालाबाजारी चरम पर है। इस जनविरोधी सरकार के द्वारा की जा रही उपेक्षा के कारण अन्नदाता किसान अपने आपको ठगा-सा महसूस कर रहा है।