जयपुर

मेरी सियासत की चरखी और डोर कार्यकर्ता के हाथ

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां सियासत के साथ पतंगबाजी का भी शौक रखते हैं। बीते तीन दशक से जयपुर में रह रहे पूनियां संक्रांति के दौरान जब भी समय मिलता है, अपने दोस्तों के साथ पतंगबाजी का आनंद लेते हैं। मकर संक्रांति पर मंगलवार को भी पूनियां ने अपने इस शौक को जिंदा रखा और शहर में कई जगहों पर जाकर पतंगबाजी की।

जयपुरJan 14, 2020 / 07:48 pm

Umesh Sharma

मेरी सियासत की चरखी और डोर कार्यकर्ता के हाथ

जयपुर।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां सियासत के साथ पतंगबाजी का भी शौक रखते हैं। बीते तीन दशक से जयपुर में रह रहे पूनियां संक्रांति के दौरान जब भी समय मिलता है, अपने दोस्तों के साथ पतंगबाजी का आनंद लेते हैं। मकर संक्रांति पर मंगलवार को भी पूनियां ने अपने इस शौक को जिंदा रखा और शहर में कई जगहों पर जाकर पतंगबाजी की।
हवामहल विधानसभा क्षेत्र में जयपुर के पर्यटन स्थल जलमहल पर पतंगबाजी के लिए पहुंचे पूनियां ने कहा कि मेरी सियासत की डोर मेरे कार्यकर्ता के हाथ में है। मेरा कार्यकर्ता कोई भी हो चाहे वो जनप्रतिनिधि हो या फिर बूथ अध्यक्ष, मेरे लिए उनकी बहुत अहमियत है। मेरे लिए उनसे बड़ा सम्मान और उनसे बड़ी कोई ताकत नहीं है। इसलिए मेरी चरखी और मेरी डोर उन्हीं के हाथ में है।
सियासत और पतंगबाजी में खेंच ही मेरा दांव

पूनियां ने कहा कि जमाना बहुत भाग रहा है, इसलिए सियासत और पतंगबाजी, दोनों ही जगहों पर खेंच ही मेरा दाव रहता है। पूनियां ने सभी से अपील की कि चाइनीज मांझे से बचें और बेजुबान पक्षियों की कद्र करें।
इस बार की मकर संक्रांति खास

पूनियां ने कहा कि मकर संक्रांति ऐसा त्योहार है, जब पूरा आसमान रंगीन पतंगों से सराबोर रहता है, लेकिन इस बार की मकर संक्रांति कुछ खास है। केंद्र सरकार ने सीएए लागू किया है, जिससे हजारों लोगों को फायदा होगा। आज हम पतंगों के माध्यम से सीएए के लिए समर्थन मांग रहे हैं। पूनियां ने जलमहल की पाल से सीएए के समर्थन की पतंगें उड़ाई। इस दौरान पूर्व विधायक सुरेंद्र पारीक, पूर्व पार्षद स्नेहलता शर्मा, सुरेंद्र सिंह रॉबिन, राजेश गुप्ता सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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