बता दें कि मदन लाल सैनी का इस साल 24 जून को निधन हो गया था। इसके बाद से ही यह पद खाली था। इस दौरान प्रदेशाध्यक्ष के नाम को लेकर अटकलें लगाई जा रही थी।
भाजपा के नए प्रदेशाध्यक्ष की पद की दौड़ में कई नाम सामने आ रहे थे जिनमें सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़, विधानसभा में प्रतिपक्ष उपनेता राजेंद्र राठौड़ तथा विधायक सतीश पूनिया, वासुदेव देवनानी व मदन दिलावर के नाम शामिल थे। आखिरकार करीब 80 दिन बाद प्रदेशाध्यक्ष की नाम की घोषणा कर दिया गया।
सतीश पूनिया लगातार चार बार भाजपा के प्रदेश महामंत्री रहे हैं। पूनिया बतौर संघ पृष्ठभूमि से आते हैं। अक्टूबर और नवंबर में राजस्थान के नगरीय निकायों के चुनाव है, ऐसे में प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति का इंतजार था।