‘सीएम गहलोत को राजे की चिंता क्यों?’ पूनिया ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को चिंता है कि वसुंधरा राजे क्यों प्रचार में नहीं आई और क्यों पदभार ग्रहण में नहीं आई, लेकिन मुख्यमंत्री को यह चिंता होनी चाहिए कि उप मुख्यमंत्री और उनके मंत्री क्या बोल रहे है? उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार जनता को गुमराह कर रही है। हर रोज जादू के थैले में से नई चीजें बाहर निकाल रहे हैं। कभी पुर्नसीमांकन, कभी प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष तो अब हाईब्रिड फार्मुला।
उन्होंने कहा कि यदि कोई प्रणाली में परिवर्तन होता है तो सभी से राय और चर्चा करनी चाहिए। लेकिन यहां तो उल्टा है। उप मुख्यमंत्री कह रहे है कि कोई चर्चा ही नहीं हुई। सभी को अखबारों से जानकारी मिल रही है। इसलिए इस प्रणाली और फैसले में खामी साफ तौर पर नजर आ रही है।
‘बेटे को महापौर बनाना चाहते हैं गहलोत’ भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अपने बेटे को जोधपुर का महापौर बनाना चाहते हैं। इसलिए वे हाईब्रिड फॉर्मूला लेकर आए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार जनता को गुमराह कर रही है। हर रोज नई चीजें बाहर निकाल रहे हैं। कभी पुनर्सीमांकन, कभी प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष तो अब हाईब्रिड फार्मूला। उन्होंने कहा कि यदि कोई प्रणाली में परिवर्तन होता है तो सभी से राय और चर्चा करनी चाहिए। लेकिन यहां तो उल्टा हो रहा है।
गौरतलब है गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ बीड़ी कल्ला ने भी हाल ही में बीजेपी में गुटबाज़ी के आरोप लगाए थे। कल्ला ने दो सीटों के लिए हो रहे विधानसभा उपचुनाव में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की गैरमौजूदगी पर सवाल उठाये थे। डॉ कल्ला ने कहा था कि भाजपा स्पष्ट करे कि मंडावा और खींवसर के उपचुनाव से आखिर पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने दूरी क्यों बनाई हुई है। कल्ला ने आरोप लगाए कि भाजपा में दो गुट बने हुए हैं, एक वसुंधरा राजे गुट और दूसरा सतीश पूनिया गुट।