जानकारी के मुताबिक प्रदेश के प्रमुख बड़े और छोटे सरकारी शिव मंदिरों में श्रावण मास के तहत हर सोमवार को रुद्राभिषेक के अनुष्ठान ख्यातिनाम विद्वनों की मौजूदगी में होंगे। इसके लिए विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी है। सूत्रों के मुताबिक संभवतया प्रत्येक शिव मंदिर के लिए 50 हजार रुपए से अधिक का बजट तय किया जाना है, इस पर अगले सप्ताह बजट तय होगा।
44 मंदिरों में होंगे अनुष्ठान-
जानकारी के मुताबिक हर सोमवार को प्रदेश के 33 जिलों के 44 बड़े और छोटे भोलेनाथ के मंदिरों में अनुष्ठान होंगे। इस दौरान प्रदेश में सुख समृद्धि और शांति की कामना के साथ ही बम-बम भोले की गूंज के बीच अच्छी बारिश की कामना भी की जाएगी। बीते दो साल से जहां कोरोना के चलते हर शिव मंदिर में शिवभक्तों की भीड़ कम नजर आई थी, लेकिन इस बार हालात सामान्य होने से सरकारी मंदिरों में भी शिवभक्तों का तांता देखने को मिलेगा। जयपुर के प्रतापेश्वर सहित अन्य चार सरकारी मंदिरों में अनुष्ठान होगा। मंदिरों में विशेष सजावट भी की जाएगी।
खास-खास-
-जयपुर में पांच शिवालय
-चांदनी चौक स्थित प्रतापेश्वर महादेव, पुराना घाट , हल्दियों का रास्ता, आमेर और बड़ी चौपड़ सिरहडयोढ़ी बाजार स्थित शिवालय
– श्रावण मास की शुरुआत पहले सोमवार 18 जुलाई से होगी
-दूसरा सोमवार 25 जुलाई, तीसरा सोमवार एक अगस्त, आखिरी सोमवार रहेगा आठ अगस्त को
(ज्योतिषाचार्य पं.दामोदर प्रसाद शर्मा के मुताबिक)
श्रावण मास में सरकारी शिवालयों में रुद्राभिषेक अनुष्ठान होगा। आगामी बैठक में पूरी कार्ययोजना तय होगी। विभाग के मंदिरों में जीर्णोद्धार के साथ ही वरिष्ठ तीर्थयात्रा योजना के तहत 10 जुलाई तक आवेदन लिए जाएंगे। सितंबर में यात्रा प्रस्तावित है।
—शकुंतला रावत, मंत्री, उदयोग और देवस्थान विभाग