scriptनशे में दौड़ाता रहा चोरी की लो फ्लोर बस | Second Bus incident in Sanganer depot within 7 days News | Patrika News

नशे में दौड़ाता रहा चोरी की लो फ्लोर बस

locationजयपुरPublished: Mar 13, 2018 12:37:32 pm

Submitted by:

Priyanka Yadav

सांगानेर डिपो से उड़ाई बस, 7 दिन में दूसरी घटना

Jaipur News
जयपुर . लो फ्लोर बसें उनके तय मार्गों पर लोगों की जानें ले रही हैं लेकिन अब कब कहां ये जाने ले लें, किसी को पता नहीं। सात दिन में ही शहर में दूसरी बार लो फ्लोर बस चोरी हो गई और लोगों की जान खतरे में आ गई। घटना सांगानेर आगार की है।
आगार का ही चालक शनिवार रात बस को उठाकर ले गया और नशे की हालत में 24 घंटे तक इसे ग्रामीण क्षेत्रों में घुमाता रहा। एेसे में आधा दर्जन से अधिक गांवों में लोगों की जान पर बन आई। सुबह हुई तो भी वे बस को इधर-उधर घुमाता रहा। बस रास्तों में फंसती रही, लेकिन वह लोगों की सहायता से इसे निकालकर आगे बढ़ता रहा। ग्वार, दादिया और बक्सावाला के ग्रामीणों ने पत्रिका को इसकी पुष्टि की। ग्रामीणों की शिकायत के बाद ही आगार की फ्लाइंग टीम बस को वापस आगार लेकर आई।
नशे में था, हादसा हो सकता था

लोगों ने बताया कि शनिवार रात को ही बक्सावाला में बस मिट्टी में फंस गई। चालक ने निकालने का खूब प्रयास किया, लेकिन पार नहीं पड़ी। बाद में लोगों की सहायता से ट्रेक्टर से बांधकर बस को निकाला। ग्वार गांव में दूध की डेयरी के पास गड्ढे बस का पिछला टायर फंस गया। गांवों की सड़कों पर घुमाने के दौरान कई जगह तीखे मोड़ और मिट्टी में लो-फ्लोर फंसती रही। लोगों का कहना था कि नशे में चालक खतरनाक तरीके से ड्राइविंग कर रहा था। ऐसे में हादसा होने का डर था।
6 मार्च को चोरी की बस ले चुकी जान

6 मार्च को विद्याधर नगर आगार से एक जना बस को उड़ा ले गया। चालक शराब पिए हुए था और उसने टाटियावास मेें टोल के बेरियर को भी तोड़ दिया। इससे पहले चालक एक साइकिल सवार वृद्ध को कुचल गया था, जिनकी दुर्घटना में मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस ने जांच करते हुए आरोपित को चौमूं के निकट सामोद थाना इलाके से पकड़ भी लिया था। हालांकि जेसीटीएसएल की ओर से रिपोर्ट दर्ज नहीं होने के कारण महज दो घंटे में ही आरोपित को छोडऩा पड़ गया।
स्थानीय था चालक, बचता रहा

लोगों ने बताया कि बस चुराने वाला चालक बक्सावाला का ही रहने वाला है। लोग उसे जानते हैं। एेसे में वह लोगों के गुस्से का शिकार नहीं हो पाया।
आगार प्रबंधक अनजान

पत्रिका ने आगार प्रबंधक राजबहादुर से जानकारी चाही तो उन्होंने ऐसा मामला होने से ही इंकार कर दिया। बाद में दोबारा फोन किया, लेकिन उन्होंने उठाया नहीं। वहीं आगार प्रबंधक ने न तो पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई और न ही ढूंढने का प्रयास किया।
ये बोले ग्रामीण

अवधेश बैरवा, बक्सावाला ने कहा कि बस गांव मेें सड़क के पास मिट्टी में फंसी हुई थी। उसे एक ट्रेक्टर से निकाला गया। इसमें कई ग्रामीणों ने मदद की थी, तब बस निकल पाई।

रूपानारायण खाती, बक्सावाला ने कहा कि चालक मेरे पास आया। उसने मिट्टी में फंसी बस को निकालने में सहायता मांगी। इस पर ट्रैक्टर में कुंदें लगाकर बस को निकाला।

लालचंद शर्मा, डेयरी संचालक, ग्वार ने कहा कि गांव में डेयरी के पास से निकलते समय लो-फ्लोर बस गड्ढे में फंस गई थी। उसे ग्रामीणों की सहायता से निकलवाया था।

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