अतिरिक्त पानी की गारंटी के कारण अटकाते रहे इस प्रोजेक्ट में जायका से लोन स्वीकृत प्रक्रिया से पहले जलशक्ति मंत्रालय बीसलपुर से अतिरिक्त पानी मिलने की गारंटी मांगता रहा है। इसी आधार पर जलदाय विभाग ने कई बार जल संसाधन विभाग को गारंटी देने के लिए कहा, लेकिन बात नहीं बनी। अब विभाग के अफसर दिल्ली पहुंचे और मंत्रालय को पानी मिलने के लिए आश्वस्त किया। इसके बाद मामला सुलझा है।
फिल्टर प्लांट हटेगा, इंटेक जुड़ेगा
अभी इस प्रोजेक्ट में सूरजपुरा में फिल्टर प्लांट लगाया जाना था, लेकिन अब यह हटेगा। इसकी जगह इंटेक बनाया जाएगा। कारण, बीसलपुर—जयपुर परियोजना के पहले फेज में अभी वहां 200 एमएल का फिल्टर प्लांट बन रहा है। यही दूसरे फेज में भी काम आएगा। इसी कारण संशोधित डीपीआर तैयार होगी।
मौजूदा लाइन 2.3 मीटर, नई 2.1 व्यास की होगी -सूरजपुरा डब्ल्यूटीपी से बालावाला तक की दूरी 97 किलोमीटर है। मौजूदा पेयजल लाइन के पास से ही नई लाइन बिछाई जाएगी। इसके लिए जलदाय विभाग के पास टोडारायसिंह से जयपुर तक जमीन उपलब्ध है, जो रेलवे से ली गई थी।
-मौजूदा पेयजल लाइन 2.3 मीटर व्यास की है और नई लाइन 2.1 मीटर व्यास की होगी। -नई लाइन के अलावा इंटेक बनेगा बीसलपुर में पानी लाने का काम भी होगा साथ सरकार ने माना है कि बीसलपुर बांध पिछले 16 वर्ष में पांच बार ही पूरा भरा है। इसमें पानी की आवक को बढ़ाने के लिए ब्राहृमणी-बनास परियोजना का काम चल रहा है, जहां से बीसलपुर बांध तक पानी लाया जाएगा। 14 टीएमसी पेयजल होगा। इससे जयपुर के अलावा टोंक व अजमेर जिले को सीधा फायदा होगा। सूरजपुरा से बालावाला तक अतिरिक्त पेयजल लाइन बिछाने का पूरा फायदा भी तभी होगा।
-मंत्रालय को बीसलपुर से अतिरिक्त पानी की गारंटी के लिए मुख्य सचिव स्तर पर हुई बैठक का हवाला दे दिया है। इस आधार पर उन्होंने संशोधित डीपीआर मांगी है। इस आधार पर मंजूरी मिलते ही जायका से लोन मिलने की राह खुल जाएगी। -देवराज सोलंकी, अतिरिक्त मुख्य अभियंता, जलदाय विभाग