चुनाव आयुक्त ने बताया कि अजमेर, बांसवाड़ा, बाड़मेर, भीलवाड़ा, बीकानेर, बूंदी, चित्तौड़गढ़, चूरू, डूंगरपुर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, जालौर, झालावाड़, झुझूनूं, नागौर, पाली, प्रतापगढ़, राजसमंद, सीकर, टोंक, और उदयपुर जिले की 59 पंचायत समितियों के 1137 सदस्यों और उनसे संबंधित जिला परिषद सदस्यों के लिए मतदान करवाया जाएगा। 1137 पंचायत समिति सदस्यों के लिए 3472 उम्मीदवारों ने दावेदारी पेश की। गौरतलब है कि प्रथम चरण में लगभग 21 हजार ईवीएम मशीनों का इस्तेमाल किया जाएगा, जबकि 42 हजार से ज्यादा कार्मिक चुनाव सम्पन्न करवाएंगे।
मेहरा ने कहा कि अन्य चुनावों की तरह इस चुनाव में भी प्रत्येक मतदाता को कोरोना महामारी से बचाव के उपायों के साथ मतदान प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी निभाएं। उन्होंने कहा कि सभी मतदाता अपने घर से मास्क लगाकर मतदान के लिए जाएं। मतदान केंद्र में जाने से पहले हाथों को सेनेटाइज करें और मतदान के समय पंक्ति में खड़े रहने के दौरान चिन्हित गोलों पर खड़े रहकर या उचित दरी बनाते हुए अपनी बारी का इंतजार करें। उन्होंने कहा कि मतदान के दौरान सीनियर सिटीजन और दिव्यांगजनों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उन्होंने मतदाता, उम्मीदवार या उनके समर्थकों से मतदान केंद्र या आसपास भीड़ या समूह में खड़े नहीं रहने की भी अपील की।
मतदान के लिए प्रत्येक मतदाता भारत निर्वाचन आयोग की ओर से निर्वाचक फोटो पहचान पत्र अपने साथ जरूर लाएं। इनके अभाव में 12 अन्य वैकल्पिक दस्तावेजों में से किसी एक को दिखाकर भी मतदाता अपना वोट डाल सकते हैं। आयुक्त ने बताया कि जिला परिषद एवं पंचायत समिति सदस्यों के लिए तृतीय चरण के लिए 1 दिसंबर और चतुर्थ चरण के लिए 5 दिसंबर को मतदान करवाया जाएगा। मतगणना 8 दिसंबर को प्रातः 9 बजे से सभी जिला मुख्यालयों पर होगी।