महाराष्ट्र में धर्मनिरपेक्ष ठाकरे सरकार
जयपुरPublished: Nov 29, 2019 01:27:51 am
पटाक्षेप: उद्धव ठाकरे ने छह मंत्रियों के साथ ली शपथ, उपमुख्यमंत्री के पद पर स्थिति साफ नहीं
महाराष्ट्र में धर्मनिरपेक्ष ठाकरे सरकार
मुंबई. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने गुरुवार शाम चर्चित शिवाजी पार्क में करीब एक लाख लोगों की भीड़ के समक्ष मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। 59 वर्षीय उद्धव महाराष्ट्र के 19वें, शिवसेना के तीसरे और ठाकरे परिवार से पहले मुख्यमंत्री हैं। राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी ने उनके साथ शिवसेना विधायक दल के नेता एकनाथ शिंदे व पूर्व मंत्री सुभाष देसाई, एनसीपी विधायक दल के नेता जंयत पाटील व राज्य के पूर्व गृहमंत्री छगन भुजबल और कांग्रेस विधायक दल के नेता बाला साहेब थोराट व पूर्व मंत्री नितिन राउत को मंत्री पद की शपथ दिलाई। उपमुख्यमंत्री पद को लेकर स्थिति साफ नहीं हुई।
समारोह में डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन, मप्र के सीएम कमलनाथ, पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस, उद्यमी मुकेश अंबानी आदि मौजूद रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन कर उद्धव को बधाई दी। सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने उद्धव को बधाई दी, लेकिन समारोह में न शामिल हो पाने पर खेद जाहिर किया। उल्लेखनीय है कि छह दिन पहले ही रातोंरात देवेंद्र फडणवीस के साथ उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले अजित पवार ने घर वापसी के बाद गुरुवार शाम को स्पष्ट कर दिया था कि वे मंत्री पद की शपथ नहीं लेंगे।
कैबिनेट की पहली बैठक में शिवाजी के किले को 20 करोड़
शपथ ग्रहण के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में राज्य मंत्रिमंडल की पहली बैठक हुई। बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य के परेशान किसानों को जल्दी ही राहत मिलेगी। इसके लिए अधिकारियों को उपाय सुझाने को कहा गया गया है। मंत्रिमंडल की पहली बैठक में रायगड जिले में स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज के किलों के पुनर्विकास के लिए 20 करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं।
कैबिनेट बैठक के बाद पत्रकारों के साथ बातचीत में उद्धव ने कहा कि यह आम जनता की सरकार है। उन्होंने कहा कि हम फौरी घोषणा कर किसानों को लॉलीपॉप नहीं देना चाहते। किसानों को कर्ज से मुक्ति प्रदान करने के लिए हमारी सरकार ठोस उपाय करेगी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार कुछ ऐसा करेगी जिससे राज्य के किसान खुश हो जाएंगे। किसानों के लिए राहत पैकेज की घोषणा में कुछ वक्त लग सकता है। सहयाद्री गेस्ट हाउस में देर रात हुई इस बैठक में किसानों की कर्ज माफी सहित राज्य के तमाम मुद्दों पर चर्चा की गई।
अजित पवार ने नहीं शिवसेना ने दिया धोखा
&तीनों पार्टियां केवल सत्ता की भूख के लिए साथ आई हैं। भाजपा को न अजित पवार ने धोखा दिया न शरद पवार ने। एनसीपी हमेशा हमारे खिलाफ लड़ी है, लेकिन शिवसेना ने धोखा दिया। पूरा देश जानता है कि महाराष्ट्र में क्या हुआ है। द्ग अमित शाह, गृहमंत्री
जो संविधान में है वही धर्मनिरपेक्ष: उद्धव
उद्धव से जब सवाल किया कि क्या शिवसेना गठबंधन में शामिल होकर धर्मनिरपेक्ष हो गई है? इस पर उन्होंने उल्टा पूछा कि आप ही इसका अर्थ बताइए। संविधान में जो है, वही धर्मनिरपेक्ष है। गठबंधन की सरकार है, जिसे चलाने के लिए न्यूनतम साझा कार्यक्रम बनाया गया है।
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