मृतका सुनीता (45) मूलत: आगरा के बड़ापुरा और हाल जनता कॉलोनी निवासी देवेन्द्र सिंह की पत्नी थी। देवेन्द्र सिंह ने बताया कि वह सचिवालय स्थित एसबीआई बैंक में सिक्योरिटी गार्ड है। रविवार को अवकाश होने पर बारह बोर बंदूक की सफाई की थी और उसकी नली में तेल डाल रख दिया था। सोमवार सुबह साढ़े आठ बजे बैंक के लिए जाना था। इससे पहले सुबह पांच बजे उठकर बंदूक को रसोई के पास बैठकर साफ कर रहा था। सुनीता बाहर टैंकी से पानी भरकर अंदर ला रही थी, तभी अचानक बंदूक चल गई और बंदूक से निकले छर्रे सुनीता के चेहरे व गर्दन पर जा लगे। कुछ छर्रे इधर-उधर भी फैल गए।
यूं जताया संदेह
पुलिस ने बताया कि रसोई घर में बैठकर बंदूक साफ करते समय गोली चलने पर उसकी दिशा सीधी होती, जबकि गोली तिरछी जाकर लगी। गोली के छर्रे टीनशैड के नीचे चारपाई पर सो रही मां और बेटियों को भी लगते। हालांकि मौके पर पहुंची एफएसएल टीम ने डेमो कर भी घटना के सबूत जुटाए। सोडाला एसएचओ राजेश कुमार सोनी ने बताया कि अभी तक की पूछताछ में सभी परिजनों ने हादसा होना बताया है। हालांकि एफएसएल रिपोर्ट आने के बाद घटना का पता चलेगा, तब तक मनोवैज्ञानिक तरीके से पुलिस जांच कर रही है। परिजनों बरसात के पानी में खून साफ हो जाना बताया है।