कहीं से कोई अप्रिय घटना के समाचार नहीं मिले। फिर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है। सूत्रों के अनुसार संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त बल तैनात किया गया है। संदिग्धों पर नजर रखते हुए माहौल बिगाड़ने वालों को हिरासत में लेने के निर्देश दिए गए हैं। पटाखे चलाने और बिना अनुमति जुलूस निकालने पर पाबंदी लगाई गई है। वहीं पश्चिमी सीमा पर बीएसएफ के अधिकारी पहुंच गए हैं और भारत-पाकिस्तान सीमा पर कड़ी निगरानी की जा रही है।
पाकिस्तान की सीमा चौकियों पर पाकिस्तानी रेंजरों की गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जा रही है। सूत्रों ने बताया कि सीमा पर बीएसएफ दोहरी भूमिका निभा रही है। यहां सीमावर्ती लोगों से सम्पर्क करके शांति व्यवस्था कायम रखी जा रही है। अयोध्या मामले के बाद बीएसएफ हर समय सतर्कता की स्थिति में हैं। पाकिस्तान की ओर से हर तरह की संदिग्ध गतिविधि की जानकारी बीकानेर सैक्टर के उच्चाधिकारी दी जा रही है। पश्चिमी सीमा पर हाई अलर्ट चल रहा है। सीमा के गांवों में बीएसएफ की ओर से लोगों को सजग रहने को कहा जा रहा है।
अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय से पूर्व पुलिस अलर्ट मोड में आ गई। शुक्रवार रात से ही राजधानी जयपुर में जाप्ता तैनात कर दिया गया। शनिवार सुबह शहर में हर जगह पुलिस की मौजूदगी नजर आई। खास बात यह रही कि पुलिस इस दौरान नाकाबंदी और गश्त ही नहीं करती रही, बल्कि स्थानीय लोगों से संवाद भी करती दिखी। मोहल्ला समिति और सीएलजी समिति के सदस्यों के साथ हर थाना इलाकों, जिला स्तर पर बैठक हुई। शुक्रवार आधी रात को पुलिस कमिश्नर ने शहर में 24 घंटों के लिए धारा 144 लगाई थी। शनिवार को इसे 24 घंटों के लिए और बढ़ा दिया गया है। वहीं मोबाइल इंटरनेट सेवा भी अगले 24 घंटों तक बंद रहेगी।