जांच अधिकारी एएसआइ हनुमान सहाय ने बताया कि मामला १८ नवम्बर का है। इमरान इस दिन काम पर आया था । दोपहर में अष्ट कुमार ने उसे बाजार जाकर वापस दुकान लौटने की बात कहीं । जब वह बाजार से वापस लौटा तो इमरान दुकान पर नहीं था।
इमरान ने अष्ट कुमार को नमाज पर जाने की बात कहीं थी तो उसे लगा कि वह नमाज पढऩे गया होगा। लेकिन वह अगले दो-तीन दिन तक नहीं आया। इस पर उसने पूर्व नौकर से सम्पर्क कर इमरान के बारें में जानकारी जुटाना चालू कर दिया। लम्बा समय बीत जाने के बाद भी जब उसके बारें में पता नहीं लगा तो उसने मामला दर्ज करवाया है। जांच में सामने आया कि इमरान भी पश्चिम बंगाल का रहने वाला है। इसी आधार पर उसने भरोसा कर काम पर रख लिया। उसका पुलिस वेरिफिकेशन भी नहीं करवाया था। इस सम्बंध में दुकानदार के खिलाफ भी धारा१८८ में मामला दर्ज करवाया जा सकता है।