
राजस्थान के भिवाड़ी में पुलिसकर्मियों की कार्यशैली का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। अपराधियों की जानकारियां जुटाने के बजाय जिले के कुछ पुलिसकर्मी अपने ही पुलिस अधीक्षक की लोकेशन ले रहे थे। अधीक्षक को इसकी भनक लगी तो तत्काल सात पुलिसकर्मियों को निलम्बित कर दिया, जिसमें उपनिरीक्षक से कांस्टेबल शामिल हैं। ये पुलिसकर्मी किसके इशारे पर ये दुस्साहस कर रहे थे, इसकी जांच एक आरपीएस अधिकारी को दी गई है। आशंका है कि जिले के किसी अधिकारी के इशारे पर उन्होंने यह कृत्य किया था।
भिवाड़ी एसपी ज्येष्ठा मैत्रयी ने पूरे प्रकरण की जानकारी पुलिस मुख्यालय को भी दी है। उन्हें किसी से यह जानकारी मिली थी कि जिले की साइबर सैल के पुलिसकर्मी उनकी लोकेशन ले रहे थे। उन्होंने तत्काल पड़ताल की तो यह सूचना सही निकली। इसके बाद जिम्मेदारों को निलम्बित किया गया। पुलिस महानिदेशक यूआर साहू का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। किसी की भूमिका सामने आती है तो नियमानुसार कार्रवाई होगी।
ज्येष्ठा मैयत्री मूल रूप से मध्यप्रेदश के गुना की रहने वाली हैं। ज्येष्ठा मैयत्री 2017 में सिविल सेवा परीक्षा सफलता पूर्वक पास की। ट्रेनिंग के बाद 2018 में राजस्थान कैडर में ज्येष्ठा मैत्रयी की पहली पोस्टिंग उदयपुर के गिर्वा सर्किल में बतौर एएसपी के रूप में हुई। दूसरी पोस्टिंग में उन्हें भीलवाड़ा एएसपी की जिम्मेदारी दी गई। अगली सेवा के लिए उन्हें डीसीपी क्राइम जयपुर में नियुक्त किया गया। जिसके बाद बतौर पुलिस अधिक्षक सिरोही व कोटपूतली-बहरोड़ के बाद हाल में उन्हें भिवाड़ी ट्रांसफर किया गया है इसके साथ ही ज्येष्ठा मैत्रयी को खैरथल-तिजारा एसपी पद का भी अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है।
Published on:
07 Oct 2024 10:03 pm
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