वहीं राहुल गांधी की 28 जनवरी को आयोजित हुई आक्रोश रैली के चलते अब पूरे सात दिन के बाद आज जनसुनवाई फिर से शुरू होने जा रही है। जलदाय मंत्री बीडी कल्ला आज जनसुनवाई करेंगे। इससे पहले 27 जनवरी को उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने जनसुनवाई की थी।
दरअसल प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में 7 अक्टूबर 2019 को जनसुनवाई की शुरुआत हुई थी। जलदाय मंत्री बीडी कल्ला ने इसका आगाज किया था। इसके बाद लगातार सभी मंत्री प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में जनसुनवाई कर चुके हैं। हालांकि सबसे ज्यादा जनसुनवाई का रिकॉर्ड राज्यमंत्री भजन लाल जाटव के नाम रहा है वे अब तक पांच बार जनसुनवाई कर चुके हैं। हालांकि आज बीडी कल्ला भी पांचवी बार जनसुनवाई कर उनकी बराबरी कर लेंगे।
रमेश मीणा की जनसुनवाई में पहुंचे सबसे ज्यादा फरियादी
कांग्रेस मुख्यालय में जब से जन सुनवाई शुरू हुई है तब से लेकर अब तक सबसे ज्यादा फरियादी अगर किसी मंत्री की जनसुनवाई में पहुंचे हैं, तो वह मंत्री रमेश मीणा है। अकेले रमेश मीणा नेअपनी जनसुनवाई में 1200 के करीब लोगों की जनसुनवाई की है।
. इसके बाद दूसरे नंबर पर आते हैं मंत्री शांति धारीवाल। धारीवाल जनसुनवाई में 500 लोगों की जनसुनवाई कर चुके हैं। .वहीं, मंत्री प्रताप सिंह भी 400 और मंत्री लालचंद कटारिया भी इतने ही लोगों की जन सुनवाई कर चुके हैं।
किस मंत्री ने कितनी बार की जनसुनवाई
मंत्रियों की बात करें तो रमेश मीणा 3, शांति धारीवाल 2, प्रताप सिंह खाचरियावा 3, लालचंद कटारिया 4, बीडी कल्ला 4, हरीश चौधरी 1, विश्वेंद्र सिंह 1, भंवर सिंह भाटी 4, गोविंद सिंह डोटासरा 3 , सुभाष गर्ग 2, ममता भूपेश 3, भजनलाल जाटव 5 बार जनसुनवाई कर चुके हैं। हालांकि इसमें दिलचस्प बात ये है कि सुभाष गर्ग लोकदल से विधायक हैं, लेकिन सरकार में मंत्री होने के चलते उन्हें जनसुनवाई के लिए कांग्रेस मुख्यालय आना पड़ता है।