सिकंदर, रफीक के साथ चोरी करता था। दोनों के मध्य कौन एक रात में अधिक वारदात करता है, इसपर प्रतिस्पद्र्धा होती रहती थी। जीवाणु ने एक रात में 13 ताले तोडकऱ कीटाणु को हरा दिया था। मुकाबले में सिकंदर जीत जाया करता था, इसलिए सिकंदर का नाम जीवाणु और रफीक का नाम कीटाणु पड़ गया। जीवाणु नकबजनी व चोरी की वारदात थी। शानू और इशाक इसके मुख्य साथी रहे हैं। इसके अलावा परकोटा इलाके मे मादक पदार्थ की सप्लाई करता था।
जेल से बाहर आने के लिए शहनाज बानों के साथ कागजों में फर्जी शादी रचाई और शादी के कागजों के आधार पर अदालत से वर्ष 2015 में जमानत लेने में सफल रहा था। कमिश्नर ने बताया कि फर्जी शादी के मामले की जांच कर इस मामले में भी अलग से मुकदमा दर्ज किया जाएगा। आरोपी खानाबदोश की तरह रहता था और उसने अपनी मोटर साइकिल के नंबर प्लेट बदल लिए थे और मोबाइल फोन बंद कर लिए। पुलिस को उसके घर से दो नकली पिस्टल भी मिली थी। पीडि़त बालिका ने पुलिस को बताया था कि आरोपी ने उसे पिस्टल दिखाकर धमकी भी दी थी।