अब कोविड स्वास्थ्य सहायकों के आंदोलन के समर्थन में छात्र संगठन एसएफआई भी उतर आया है। जो आज 25 हजार से अधिक अभ्यर्थियों की रोजगार की मांग को लेकर पूरे प्रदेश में तहसील व जिला स्तर पर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दे रहा है। सीएचए संघर्ष समिति के अध्यक्ष रवि चावला ने कहा कि अब लड़ाई आर पार की है। धरना स्थल से रोजगार लेकर ही उठेंगे। जब तक रोजगार नहीं दिया जाता तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
रक्तदान की शुरू की मुहिम
सीएचए अभ्यर्थियों ने नई मुहिम शुरू करने का एलान किया है। आंदोलन कर रहे प्रदर्शनकारी अभ्यर्थी अब कल से रक्तदान की मुहिम चलाएंगे। सीएम के जन्मदिन पर 3 मई से यह मुहिम शुरू करेंगे। जिसके तहत किसी को भी रक्त की आवश्यकता होने पर सीएचए अभ्यर्थी रक्तदान करने धरना स्थल से अस्पताल में भर्ती मरीज को रक्त देने जाएंगे।
रक्तदान की शुरू की मुहिम
सीएचए अभ्यर्थियों ने नई मुहिम शुरू करने का एलान किया है। आंदोलन कर रहे प्रदर्शनकारी अभ्यर्थी अब कल से रक्तदान की मुहिम चलाएंगे। सीएम के जन्मदिन पर 3 मई से यह मुहिम शुरू करेंगे। जिसके तहत किसी को भी रक्त की आवश्यकता होने पर सीएचए अभ्यर्थी रक्तदान करने धरना स्थल से अस्पताल में भर्ती मरीज को रक्त देने जाएंगे।
तीन मई को अभ्यर्थी हेल्पलाइन नंबर जारी करेंगे। इस नंबर पर फोन करने के पर संबंधित ब्लड ग्रुप का अभ्यर्थी अस्पताल में जाकर मरीज की रक्तदान कर मदद करेगा।
रोजी रोटी का संकट
अभ्यर्थियों का कहना है कि एक माह से अधिक समय से बेरोजगार है। हजारों की संख्या में ऐसे युवा है जिनका परिवार पालने की जिम्मेदारी उनकी ही थी। लेकिन वह रोजगार की आस में धरना स्थल पर बैठे है।
रोजी रोटी का संकट
अभ्यर्थियों का कहना है कि एक माह से अधिक समय से बेरोजगार है। हजारों की संख्या में ऐसे युवा है जिनका परिवार पालने की जिम्मेदारी उनकी ही थी। लेकिन वह रोजगार की आस में धरना स्थल पर बैठे है।
ऐसे में उनके परिवारों के सामने रोजी रोटी का संकट उत्पन्न हो गया है। 31 मार्च से पहले करीब आठ हजार रुपए में मरीजों की सेवा कर रहे इन सीएचए कार्मिकों का रोजगार छीनने के बाद उनके परिवार के सामने पेट पालने का संकट उत्पन्न हो गया है।