scriptलॉकडाउन के बीच शब-ए-बारात आज, घरों में रहकर करेंगे इबादत | Shab-e-Baaraat festival today amidst lockdown | Patrika News

लॉकडाउन के बीच शब-ए-बारात आज, घरों में रहकर करेंगे इबादत

locationजयपुरPublished: Apr 09, 2020 10:52:25 am

Submitted by:

firoz shaifi

घरों में बनेंगे मीठे पकवान, रा गुजरेगी इबादत में,लॉकडाउन के चलते लोगों से घरों में रहकर ही इबादतें करने की अपील

namaz

namaz

जयपुर। मुस्लिम समुदाय के तमाम पर्वों में से एक पर्व शब-ए-बारात है। इस्लाम में इस पर्व की काफी अहमियत है। इस्लामिक कैलेंडर के हिसाब से आठवां यानी शाबान के महीने की 15वीं तारीख की रात में शब-ए-बारात मनाई जाती है, इस लिहाज से ये पर्व आज मनाया जा रहा है।

मुस्लिम धर्मावलंबियों की पूरी रात इबादत में गुजरेगी। हालांकि इस बार कोरोना संकट के कारण लॉकडाउन के चलते लोगों से घरों में रहकर ही इबादतें और नमाज अदा करने की अपील उलेमाओं ने की है। दरअसल इस दिन मुस्लिम धर्मावलंबी कब्रिस्तानों में जाकर अपने पूर्वजों की कब्र पर फातिहा पढ़ते हैं।

शब-ए-बारात जिसे आम बोलचाल में बारह वफात भी कहा जाता है, इस दिन मु्स्लिम धर्मावलंबी घरों में मीठे पकवान बनाते हैं और उन्हें गरीबों-मिस्कीनों में वितरित करते हैं। राजधानी जयपुर के मु्स्लिम बहुल इलाकों में आज सुबह से ही लोग इस पर्व को मनाने में जुट गए हैं, हालांकि लोग घरों में रहकर इस पर्व को मना रहे हैं।

शब-ए-बारात रात की काफी अहमियत है। शब-ए-बारात मुसलमान समुदाय के लिए इबादत,फजीलत, रहमत और मगफिरत की रात मानी जाती है।

इस रात में पूरे साल के गुनाहों का हिसाब-किताब भी किया जाता है और लोगों की किस्मत का फैसला भी होता है।इसलिए लोग रात भर जागकर न सिर्फ अपने गुनाहों से तौबा करते हैं बल्कि अपने उन बुजुर्गों की मगफिरत के लिए भी दुआ मांगते हैं जिनकी मृत्यु चुकी है। यही वजह है कि लोग इस मौके पर कब्रिस्तान भी जाते हैं।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो