प्रदेश के लोगों और जयपुर आने वाले पर्यटकों को भारतीय सेना के गौरवपूर्ण इतिहास और राजस्थान के शहीदों की जानकारी देने के लिए सालभर पहले अमर जवान ज्याति के पास वॉर म्यूजियम बनाया गया। जेडीए ने 20 कक्षों वाले वॉर म्यूजियम निर्माण पर करीब 8 करोड़ रूपए खर्चे। लेकिन जेडीए के अधिकारी और इंजीनियर्स वॉर म्यूजियम बनाने के बाद इसकी सारसंभाल करना भूल गए। जेडीए ने वॉर म्यूजियम की सारसंभाल का जिम्मा ठेकेदार फर्म राजपूताना इलेक्ट्रिक को दे रखा है। जेडीए ने इस फर्म को मेंटिनेंस चार्ज का भुगतान नहीं किया तो फर्म ने वॉर म्यूजियम का रखरखाव बंद कर दिया। करीब एक महीने से वॉर म्यूजियम की लाइटें बंद है। शहादत के निशां देखने के लिए हर रोज सैकड़ों युवा और पर्यटक आते हैं जो मोबाइल टार्च की रोशनी में शहीदों की रखी निशानियों को देखकर गर्व महसूस करते हैं लेकिन जेडीए के अधिकारियों के रवैये पर शर्मिंदा होते हैं।
जनरेटर भी खराब है
जनरेटर चालू करने की जहमत भी नहीं उठाई जेडीए ने वॉर म्यूजिम में बिजली आपूर्ति बाधित होने के हालात से निपटने के लिए जनरेटर खरीद रखा है। बिजली बंद होने से वॉर म्यूजियम में अंधेरा पसरा होने के बावजूद जेडीए प्रशासन ने जनरेटर को चालू करने की जहमत नहीं उठाई। रविवार की शाम वॉर म्यूजियम देखने आने वाले लोगों को यहां अंधेरा देख निराशा हुई।
जनरेटर चालू करने की जहमत भी नहीं उठाई जेडीए ने वॉर म्यूजिम में बिजली आपूर्ति बाधित होने के हालात से निपटने के लिए जनरेटर खरीद रखा है। बिजली बंद होने से वॉर म्यूजियम में अंधेरा पसरा होने के बावजूद जेडीए प्रशासन ने जनरेटर को चालू करने की जहमत नहीं उठाई। रविवार की शाम वॉर म्यूजियम देखने आने वाले लोगों को यहां अंधेरा देख निराशा हुई।
इनसे ही सीख लेते शहादत का सम्मान करने में भारतीय सेना और जयपुर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के रवैये में कितना फर्क है। इसकी बानगी अमर जवान ज्योति और वॉर म्यूजियम की सारसंभाल में देखने को मिल रही है। जानकारी के अनुसार अमर जवान ज्योति और वॉर म्यूजियम की मेंटिनेंस का जिम्मा राजपूताना इलेक्ट्रिक फर्म के पास है। अमर जवान ज्योति शहीद स्मारक का मेंटिनेंस भारतीय सेना करवाती है जबकि वॉर म्यूजियम का जेडीए। अमर जवान ज्योति पर हर रोज लाइट एंड साउंड शो हो रहा है और उसकी सही तरीके से देखभाल हो रही है। लेकिन जेडीए के जिम्मे आया वॉर म्यूजियम एक साल से भी कम समय में बंद हो गया।
इन साहब की सुनो
मेरे हिसाब से तो वॉर म्यूजियम सही ढंग से चल रहा है। यदि वॉर म्यूजियम बंद भी हुआ है तो उसे 20—22 दिन हुए होंगे, एक महीने की बात गलत है।
ललित शर्मा, डायरेक्टर—2, जेडीए
मेरे हिसाब से तो वॉर म्यूजियम सही ढंग से चल रहा है। यदि वॉर म्यूजियम बंद भी हुआ है तो उसे 20—22 दिन हुए होंगे, एक महीने की बात गलत है।
ललित शर्मा, डायरेक्टर—2, जेडीए
डायरेक्टर साहब हम झूठे हैं और हमारी बात भी गलत है लेकिन साहब 20—22 दिन भी कम नहीं होते हैं यदि एक दिन भी लाइट बंद है तो यह शहीदों की शहादत का अपमान है।