परिवहन मंत्री ने कहा कि 2018 के समय पर परिवहन विभाग के ही जिम्मेदार अधिकारियों ने फिटनेस सेंटरों की पॉलिसी बना दी। इतना ही नहीं, मनमानी से सेंटर बांट दिए। किसी तरह से नियम—कायदे का ध्यान नहीं रखा गया। इसके बाद सेंटरों पर फर्जीवाड़ा शुरू हो गया। मंत्री ने कहा कि प्रदेश में सभी सेंटरा की जांच होगी। इसके लिए कमेटी बनाई जा रही है।
राजस्थान पत्रिका ने 30 अगस्त को आठ हजार दो, घर बैठे गाड़ी का फिटनेस सर्टिफिेट ले लो शीर्षक से खबर प्रकाशित कर फर्जीवाड़ा उजागर किया था। बताया कि सेंटरों पर बिना गाड़िया ले जाए ही सर्टिफिकेट जारी किया जा रहा है। इसके बाद विभाग ने जांच कराई। जांच में खामियां पाई गई।
प्रताप सिंह खाचरियावास, परिवहन मंत्री