ज्योतिषाचार्य पंडित सोमेश परसाई बताते हैं कि शनि के श्रवण नक्षत्र में आने के साथ ही अब शांति और स्थिरता का दौर भी आ गया है। शनि देव श्रवण नक्षत्र में अगले साल यानि 2022 फरवरी तक रहेंगे। इसके बाद शनि देव धनिष्ठा नक्षत्र में प्रवेश करेेंगे। शनि के उत्तराषाढ़ा नक्षत्र से निकलने के साथ ही अनेक समस्याएं खत्म होने लगेंगी। शनि के श्रवण नक्षत्र में आने से उनका दुष्प्रभाव कम होते जाएगा और शुभ प्रभाव बढ़ता जाएगा। शनि देव का फल धीरे-धीरे मिलता है।
श्रवण नक्षत्र में जैसे-जैसे शनि आगे बढ़ेगा वैसे-वैसे इसका शुभ असर दिखाई देने लगेगा। श्रवण नक्षत्र में सूर्य और गुरु भी उपस्थित हैं जिनका शुभ फल प्राप्त होगा। ज्योतिष ग्रंथों के अनुसार श्रवण नक्षत्र में शनि की उपस्थिति आमजन के लिए लाभदायक रहती है। खासतौर पर बिजनेस के लिए यह अवधि में बहुत अच्छी साबित होगी। ज्योतिषाचार्य पंडित नरेंद्र नागर के अनुसार श्रवण नक्षत्र के स्वामी चंद्र से भी शनि के मित्रवत संबंध नहीं हैं पर यह योग व्यापार और व्यापारियों की आर्थिक तरक्की सुनिश्चित करता है।