शनि प्रदोष व्रत शनि देव के कष्ट कम करने के लिए सबसे अच्छे उपायों में माना जाता है। ज्योतिषाचार्य पंडित नरेंद्र नागर बताते हैं कि शनि प्रदोष व्रत रखने से शनि से संबंधित दुख—दर्द दूर होने लगते हैं। इस दिन पीपल की पूजा करने के भी फायदे बताए गए हैं। संतान सुख के लिए भी शनि प्रदोष व्रत फलदायी कहा गया है। इस दिन व्रत रखने से संतान दीर्घायु होती है। साथ ही निस्संतान दंपत्ति को इस व्रत के प्रभाव से संतान की प्राप्ति होती है। व्रती को शनि देव की विधि विधान से पूजा करनी चाहिए, सात बार हनुमानचालीसा का पाठ करना चाहिए। इससे शनिदेव प्रसन्न् होते हैं.