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शरद पूर्णिमा पर कल सजेगी महारास झांकी

locationजयपुरPublished: Oct 30, 2020 08:30:20 pm

Submitted by:

Girraj Sharma

आश्विन शुक्ल पूर्णिमा पर 31 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima) मनाई जाएगी। इसके साथ ही कार्तिक स्नान शुरू होंगे, जो 30 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा तक रहेंगे। पूरे एक माह श्रद्धालु तांरों की छांव में स्नान कर मंदिरों में दीपदान करेंगे। हालांकि भगवान विष्णु की आराधना का मास कार्तिक एक नवंबर से शुरू होगा।

शरद पूर्णिमा पर कल सजेगी महारास झांकी

शरद पूर्णिमा पर कल सजेगी महारास झांकी

शरद पूर्णिमा पर कल सजेगी महारास झांकी

— शरद पूर्णिमा कल, कार्तिक स्नान होंगे शुरू
— गोविंददेवजी के सजेगी विशेष झांकी

जयपुर। आश्विन शुक्ल पूर्णिमा पर 31 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima) मनाई जाएगी। इसके साथ ही कार्तिक स्नान शुरू होंगे, जो 30 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा तक रहेंगे। पूरे एक माह श्रद्धालु तांरों की छांव में स्नान कर मंदिरों में दीपदान करेंगे। हालांकि भगवान विष्णु की आराधना का मास कार्तिक एक नवंबर से शुरू होगा।
कार्तिक मास में इस बार शहर के आराध्य गोविंददेवजी मंदिर दर्शनार्थियों के लिए बंद रहेगा। मंदिर प्रवक्ता मानस गोस्वामी ने बताया कि शरद पूर्णिमा पर 31 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा उत्सव मनाया जाएगा। रात 8 बजे से 8.15 बजे तक गोविंददेवजी के विशेष झांकी के दर्शन होंगे। ठाकुरजी को खीर और खीरसा भोग लगाया जाएगा। ठाकुरजी के समक्ष खाट सजाई जाएगी, जिस पर सतरंज लगाई जाएगी। खीर का वितरण आम दर्शनार्थियों में नहीं हो पाएगा। उन्होंने बताया कि गोविंददेवजी मंदिर भक्तों के लिए 30 नवंबर तक बंद है। मंदिर में 31 अक्टूबर से झांकियों के समय में परिवर्तन होगा। सभी झांकियों का भक्त आॅनलाइन दर्शन करेंगे।

सजेगी महारास की झांकी
पानों का दरीबा स्थित सरस निकुंज में 31 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा महोत्सव मनाया जाएगा। अलबेली माधुरी शरण महाराज के सानिध्य में ठाकुरश्रीजी के शाम 7 बजे से रात 8.30 बजे तक महारास झांकी के दर्शन हेांगे। ठाकुरजी को धवल पोशाक धारण करवाकर खीर का भोग लगाया जाएगा। रामगंज बाजार स्थित मंदिरश्री लाड़लीजी में 31 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा महोत्सव मनाया जाएगा। इस मौके पर ठाकुरजी को श्वेत पोशाक, कटकाछनी, मोर मुकुट, बंधी धारण करवाई जाएगी। इस मौके पर गोस्वामी वंशी अलि पद गायन के दौरान रास पंचाध्यायी का संगीतमय गायन करेंगे।
श्रीखोले के हनुमान मंदिर में लगाया औषधी युक्त खीर का भोग
श्रीखोले के हनुमान मंदिर में शरद पूर्णिमा उत्सव के उपलक्ष्य में औषधी युक्त खीर बनाकर हनुमानजी महाराज के भोग लगाया गया। श्री नरवर आश्रम सेवा समिति प्रन्यास के महामंत्री बृजमोहन शर्मा ने बताया कि शुक्रवार रात में मंदिर परिसर में चन्द्रमा की रोशनी में औषधीयुक्त खीर बनाई गई। मध्यरात्रि में हनुमानजी की महाआरती की गई और खीर का भोग लगाया गया। इससे पहले सुंदरकाण्ड के पाठ किए गए। हनुमानजी महाराज को नवीन चोला चढ़ा कर धवल पोशाक धारण करवाई गई।
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