scriptमिनरल्स युक्त शीट मास्क | sheet mask | Patrika News

मिनरल्स युक्त शीट मास्क

locationजयपुरPublished: Jul 12, 2020 03:42:36 pm

Submitted by:

Kiran Kaur

ये शीट कई प्रकार के मैटीरियल से बनी होती हैं जैसे कि पेपर और फाइबर आदि। यह शीट, फेस पैक से बिल्कुल ही अलग होती हैं।

मिनरल्स युक्त शीट मास्क

मिनरल्स युक्त शीट मास्क

त्वचा की रंगत निखारने के लिए इन दिनों शीट मास्क का प्रयोग हो रहा है। ये चेहरे के आकार की शीट होती हैं जिनमें सिरम होता है। ये शीट कई प्रकार के मैटीरियल से बनी होती हैं जैसे कि पेपर और फाइबर आदि। यह शीट, फेस पैक से बिल्कुल ही अलग होती हैं। इन्हें बस आपको अपने चेहरे पर सेट करना होता है और पैकेट पर लिखे समय के अनुसार हटा देना होता है जिससे इन्हें कभी भी कहीं पर भी प्रयोग किया जा सकता है। ये फेस शीट एक बार ही इस्तेमाल की जा सकती हैं।
जापान, कोरिया से हुई थी इसकी शुरुआत : शीट मास्क की शुरुआत जापान और कोरिया से हुई। वर्तमान में पूरे एशिया में शीट मास्क का प्रयोग काफी किया जाता है। भारत में भी कई ब्यूटी ब्रांड्स ने अपने शीट मास्क लॉन्च किए हैं। अमरीका में भी इनका इस्तेमाल बढ़ा है क्योंकि कई सेलेब्रिटीज इनका प्रयोग करने लगी हैं।
विटामिन और मिनरल्स वाली शीट: शीट मास्क में कंसन्ट्रेटेड सिरम होता है, जिसमें कई प्रकार के विटामिन और मिनरल्स होते हैं। जब आप फेस पैक आदि स्किन पर लगाते हैं तो एक टाइम के बाद पैक सूख जाते है। कई पैक स्किन को ड्राई भी बना देते हैं जबकि शीट मास्क से स्किन को हाइड्रेट होने का मौका मिलता है। कई शीट मास्क तो इंस्टेंट ग्लो देने का भी दावा करते हैं।
कवच के रूप में काम: सेरामाइड्स पर्यावरण के कारकों को अवरुद्ध करने का काम करता है, जो त्वचा की लिपिड परत को बाधित कर सकते हैं। यह प्रदूषण और बैक्टीरिया जैसे त्वचा के खतरों के खिलाफ कवच के रूप में कार्य करता है।
एंटीऑक्सीडेंट का लाभ: एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स से त्वचा की रक्षा करने में मदद करते हैं, जो कोशिका क्षति का कारण बन सकते हैं। कोशिकाओं को नुकसान होने से त्वचा पर उम्र का असर झुर्रियों के रूप में जल्दी नजर आने लगता है।
सावधानी बरतें: कई प्रकार के शीट मास्क में कैमिकल प्रिजर्वेटिव्स जैसे कि पैराबींस आदि होते हैं, जो कि त्वचा के लिए अच्छे नहीं होते इसलिए इन्हें खरीदते समय विशेष सावधानी रखनी चाहिए।
ये भी ध्यान रहे: इनका मकसद त्वचा को पोषण देना है, एक्सफोलिएट या क्लींजिंग करना नहीं। ये फेस पैक या क्लींजर आदि की तुलना में महंगी होती हैं और सिर्फ एक ही बार प्रयोग हो पाती हैं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो