प्रदेश की सबसे बड़ी पंचायत विधानसभा में सोमवार को शेखावाटी के कई मुद्दे चर्चा में रहे। विधायक गोविन्द सिंह डोटासरा ने प्याज का खराब बीज वितरण के मामले को लेकर सरकार को जमकर घेरा। जबकि खेतड़ी विधायक पूरणमल सैनी ने पेयजल व उदयपुरवाटी विधायक शुभकरण चौधरी ने सड़क व स्वास्थ्य संबंधी मामले उठाए। विधानसभा से शेखावाटी के लिए अजय शर्मा की लाइव रिपोर्ट।
प्याज के घटिया बीज वितरण का मामला सोमवार को विधानसभा में गूंजा। लक्ष्मणगढ़ विधायक गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि राजस्थान में सबसे ज्यादा प्याज शेखावाटी में होता है। सरकार की ओर से इस वर्ष इतना घटिया बीज बांट दिया कि किसानों को अब खेतों में हल चलाने पड़ रहे हैं। किसानों की इस बर्बादी के लिए सीधे तौर पर सरकार जिम्मेदार है। सवालों के घिरने पर कृषि मंत्री प्रभूलाल सैनी ने कहा कि यदि किसानों को इस तरह घटिया बीज दिया गया है तो विभाग इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच करेगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि राजस्थान पत्रिका ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया था। इसके बाद सदन में इस किसानों की समस्या गूंजी।
अब मिलेगी रिजका की मिनीकिट
लक्ष्मणगढ़ विधायक ने मामला उठाया कि कांगे्रस सरकार ने चारे के लिए किसानों को रिजका के मिनीकिट दिए थे, लेकिन ये सरकार किसानों की चिंता नहीं कर रही है। कृषि मंत्री ने डोटासरा के सवाल की सराहना करते हुए कहा कि रिजका बीज की दस करोड़ से खरीद हो गई है। जल्द ही किसानों को रिजका के मिनीकिट दिए जाएंगे।
किसान के बेटे कहा तो लगे ठहाके
रविवार को सड़क हादसे में कृषि मंत्री के बाल-बाल बचने पर डोटासरा ने कहा कि पूरे सदन को इस किसान के बेटे की दीघार्यु की कामना करनी चाहिए। इस पर सांगानेर विधायक घनश्याम तिवाड़ी ने चुटकी लेते हुए कहा कि जो किसान के बेटे नहीं है वह दीघार्यु नहीं हो क्या? इस पर पूरे सदन में जमकर ठहाके लगे।
आपको यह महकमा नहीं मिलता
चिकित्सा विभाग की चर्चा के दौरान विधायकों में जमकर हंसी-ठिठोली हुई। विधायक ज्ञानचंद पारख ने कहा कि चिकित्सा विभाग सेवा का पेशा है। यह बड़े ही साफ दिल वाले व्यक्ति को मिलता है। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि डोटासरा जी ज्यादा खुश मत होना, क्योंकि यह विभाग आपको कभी नहीं मिल सकता है। यह विभाग तो राजेन्द्र सिंह राठौड़ जैसे व्यक्ति को मिल सकता है।
लक्ष्मणगढ़-फतेहपुर के सीवरेज प्रोजेक्ट मंजूर
लक्ष्मणगढ़ व रामगढ़-शेखावाटी में सीवरेज प्रोजेक्ट को अंतिम मंजूरी मिल गई है। अगले महीने से सीवरेज प्रोजेक्ट का काम भी शुरू हो जाएगा। लक्ष्मणगढ़ में लगभग 182 करोड़ से सीवरेज का काम होगा। विधायक गोविन्द सिंह डोटासरा ने बताया कि जल्द ही सीवरेज प्रोजेक्ट का भूमि पूजन किया जाएगा। यह कार्य अगले 2017 में पूरे होंगे। निर्माण एजेन्सी को सीवरेज प्रोजेक्ट की दस वर्ष तक रख-रखाव भी करनी होगी। पिछले वर्ष भी सदन में विधायक ने यह मामला उठाया था।
सीकर मेडिकल कॉलेज को सरकार दें मंजूरी
फतेहपुर विधायक नंदकिशोर महरिया ने चिकित्सा विभाग की चर्चा में कहा कि ने केन्द्र सरकार ने सीकर में मेडिकल कॉलेज को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। अब गेंद पूरी तरह राज्य सरकार के पाले में है। उन्होंने चिकित्सा मंत्री से जल्द मेडिकल कॉलेज के प्रस्ताव को मंजूरी देने की मांग की।
मेडिकल कॉलेज नहीं मिला तो ईंट से ईंट बजा देंगे: डोटासरा
विधानसभा में सोमवार को लक्ष्मणगढ़ विधायक गोविंद सिंह डोटासरा ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री से कहा कि यदि सीकर को मेडिकल कॉलेज नहीं मिला तो ईंट से ईंट से बजा देंगे। उन्होंने मंत्री राजेंद्र राठौड़ पर सौतेले व्यवहार का आरोप लगाते हुए कहा कि सीकर के मेडिकल कॉलेज को तो आप चूरू ले गए। लेकिन, चूरू जाने के दौरान आपको सीकर से होकर ही गुजरना होता है। प्रवेश करते ही आपको घेर कर बैठ जाएंगे। पीपीपी मॉडल पर कॉलेज खोलने की बात करते थे। लेकिन, आपके पास एक भी निवेशक नहीं आया। डोटासरा ने एसके अस्पताल के ट्रोमा वार्ड के हालात भी सदन में रखे। कहा कि सुविधाओं का अभाव होने के कारण वहां का स्टाफ केवल रोगियों को रैफर करने का काम ही करता है।
विधायक आवास– समस्या समाधान के लिए लोगों का मेलाजालूपुरा स्थित लक्ष्मणगढ़ विधायक गोविन्द सिंह डोटासरा का आवास। समय सुबह सवा दस बजे। लक्ष्मणगढ़ से एक कॉलेज प्राध्यापक, बीकानेर से कंपनी कर्मचारी व नर्सिंग कर्मचारी संगठनों की प्रांतीय कार्यकारिणी के पदाधिकारी आए। विधायक को कॉलेज प्राध्यापक पंडित मदनमोहन मालवीय शिक्षा योजना की विसंगतियों के संबंध में जानकारी देते हैं। इस पर विधायक बताते हैं कि शिक्षा पर सदन में चर्चा हो चुकी है। फिर भी सदन में मामले को उठाने और उच्च शिक्षा मंत्री को व्यक्तिगत तौर पर भी बताने की कोशिश करेंगे।
इस बीच नर्सिंग कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारी बताते हैं कि पिछले एक साल से प्रदेश में आंदोलन चल रहा है। इसके बाद सरकार कर्मचारियों की नहीं सुन रही है। विधायक बीच में कर्मचारियों को कहते हैं कि आज ही चिकित्सा विभाग की मांगों को लेकर चर्चा होनी है। कर्मचारियों के इस मामले को उठाया जाएगा। इसके बाद विधायक डोटासरा पत्रिका संवाददाता के साथ विधानसभा के लिए रवाना हो जाते हैं। विधानसभा स्थित सचेतक कक्ष में भी डोटासरा को कई लोग अपनी समस्या बताते हैं। वह सभी को सदन में मामला उठाकर सरकार की आंख खोलने की बात कहते है।