कोरोना वायरस के कहर की वजह से जयपुर के प्रमुख धार्मिक स्थलों में सुबह मंगला और रात को शयन झांकी के समय के साथ ही आम भक्तों के लिए दर्शनों के समय में बदलाव किया है। ज्यादातर मंदिरों में मंगला-शयन झांकी में भक्तों का प्रवेश निषेध रहेगा। बीते कई महीनों बाद शहर के धार्मिक स्थलों में जैसे-तैसे भक्तों की आवाजाही बढ़ रही थी।
इस बीच कोरोना की दूसरी लहर के चलते मंदिरों में बीते सात दिनों में 35 प्रतिशत तक आम दर्शनार्थियों की संख्या में कमी दर्ज की है। शहर के आराध्य गोविंददेव जी मंदिर में जहां रोजाना 15 हजार के आसपास भक्त दर्शन करते थे, अब इसमें 35 फीसदी तक की कमी आई है।
कमाबेश यही हालात बिड़ला मंदिर, आमेर शिला माता मंदिर, गोनेर स्थित लक्ष्मी जगदीश मंदिर, इस्कॉन, अक्षयपात्र, अक्षरधाम, मोतीडूंगरी गणेशजी मंदिर सहित अन्य बड़े देवालयों के हैं। मास्क लगाने के साथ ही सीमित संख्या में एक बार में भक्तों को प्रवेश देने के साथ ही कोरोना के दिशा-निर्देशों की पालना, सेनिटाइजेशन व दो गज की दूरी का ध्यान रखा जा रहा है।
यहां किया बदलाव:
मोती डू्गरी गणेशजी मंदिर में आम दर्शनार्थियों के लिए पट सुबह 6.30 बजे खुलेंगे। भक्त सुबह 6.30 बजे बाद ही प्रथम पूज्य के दर्शन कर सकेंगे। वहीं शाम 7.30 बजे पट मंगल होंगे। इससे पहले शयन आरती डेढ़ घंटे पहले यानी शाम 7.15 बजे होगी। मंदिर महंत कैलाश शर्मा ने बताया कि सरकार की ओर से रात्रिकालीन कफ्र्यू का समय बढ़ाने से यह बदलाव किया है। पूरी सर्तकता मंदिर में बरती जा रही है। भक्तों को वैक्सीनेशन के लिए जागरूक किया जा रहा है। मंगला आरती सुबह 5 बजे बंद पट में ही होगी, भक्त मंगला आरती में दर्शन नहीं कर सकेंगे।
बुधवार को शयन आरती तीन घंटे पहले होगी। गोविंददेवजी मंदिर में फिर से परिक्रमा बंद कर दी गई है। भक्त अब कतार में लगकर ठाकुरजी के दर्शन कर सकेंगे। मंदिर में 11 पंक्तियां बनाई गई हैं। सुबह 5 से 5.15 बजे तक मंगला झांकी और 8 से 8.15 बजे वाली शयन झांकी में भक्तों का प्रवेश निषेध रहेगा। झाडख़ंड महादेव मंदिर में आम भक्तों का प्रवेश सुबह 7 बजे से शुरू होगा। वहीं शाम को 7.30 बजे आम दर्शनार्थियों के लिए दर्शन बंद हो जाएंगे। बब्बू सेठ मेमोरियल ट्रस्ट के अध्यक्ष जयप्रकाश सोमानी ने यह जानकारी दी।
नहीं पहुंच रहे भक्त:
देश के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक गलताजी तीर्थ में सम्पूर्ण भारत ही नहीं विश्व से लोग आते हैं। कोरोना संक्रमण के दोबारा बढऩे से लोगों का दूसरे शहरों में आना-जाना काफी प्रभावित हुआ है। इसका व्यापक असर गलताजी में भी देखने को मिल रहा है। कोरोना और अचानक बढ़ी गर्मी के कारण बीते तीन दिनों से आगंतुक श्रद्धालुओं की संख्या में कमी हुई है। तीर्थ के महंत स्वामी अवेधशाचार्य ने भक्तों से अपील की है कि सरकारी दिशा-निर्देशों का पूरा ध्यान रखें। बेवजह बाहर जाने से बचें। वैक्सीनेशन के लिए आगे आए।
मानसरोवर धौलाई स्थित गिरिधारी दाऊजी इस्कॉन मंदिर के प्रवक्ता जनार्धन जितेंद्रीय दास ने बताया कि बीतेे साल हर रविवार को मंदिर में तीन हजार के आसपास भक्त आते थे। कोरोना की पहली लहर के बाद 700 से ज्यादा भक्त रविवार को आते थे, अब अंतिम दो रविवार से महज 100 से कम भक्त मंदिर में आ रहे हैं। जगतपुरा अक्षयपात्र स्थित कृष्ण बलराम मंदिर के समन्वयक सिद्धस्वरूपदास ने बताया कि भक्तों की संख्या में 30 फीसदी की कमी आई है। एक बार में सीमित संख्या में भक्तों को प्रवेश दिया जा रहा है। परिक्रमा बंद कर दी गई है।
खोले के हनुमान जी मंदिर में शाम 7.15 बजे शयन आरती होगी, पहले आरती 9 बजे तक होती थी। नरवर आश्रम सेवा समिति के महामंत्री बीएम शर्मा ने बताया कि मंगला झांकी सुबह 6 बजे होगी। हर मंगलवार-शनिवार को बड़ी संख्या में भीड़ रहती थी। संख्या में कमी आई है। बिना मास्क के प्रवेश नहीं दिया जा रहा, सेनिटाइजेशन का ध्यान रखा जा रहा है।