इस दिन गुरु-पुष्य के साथ गजकेसरी राजयोग का संयोग भी बन रहा है, जिसके कारण इस दिन की गई खरीदी वस्तु चीरस्थाई लाभ देने वाली होगी। साथ ही इस दिन प्रथम पूज्य गणपति की साधना विशेष फलदायी होती है। इसके चलते गणेश मंदिरों में प्रथम पूज्य के अभिषेक के साथ अनेक आयोजन होंगे।
बन रहा है गुरु-पुष्यांमृ? योग ?? – पंडित अक्षय शास्त्री के अनुसार गुरु-पुष्य का शुभारंभ सूर्योदय के साथ हो रहा है। इसलिए इस दिन गुरु-पुष्यांमृत योग का संयोग बनेगा। इस दिन सर्वार्थसिद्धि व व अमृतसिद्धि योग बन रहा है जो खरीदारी सहित सभी प्रकार के शुभ कार्यों के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन खरीदी गई वस्तु का स्थायित्व बना रहता है। साथ ही इस दिन श्रीयंत्र, पारद शिवलिंग एवं श्वेतार्क गणपति की साधना विशेष फलदायी होती है। शादी जैसे मांगलिक कार्यों के बीच आ रहे इस संयोग को लेकर व्यापारियों में काफी उत्साह है।
गुरु-पुष्य का दिन सभी प्रकार की खरीदारी के लिए शुभ है। इस दिन स्वर्ण, चांदी के आभूषण, रत्न, वस्त्र स्थायी संपत्ति जैसे भूमि-भवन वाहन आदि क्रय करना काफी शुभ होता है। गुरु-पुष्य में खरीदी गई सामग्री में स्थायित्व रहता है। इसलिए यह दिन सभी प्रकार की खरीदारी एवं शुभ कार्यों के लिए उत्तम है। इस दिन खास तौर पर इलेक्ट्रानिक्स सामान, टीवी, फ्रिज, वाशिंग मशीन, कम्प्यूटर, लैपटाप, स्कूटर, बाइक, कार, भूमि, भवन, बर्तन, सोना, चांदी आदि का व्यापार होगा।