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गुरु और शुक्र के षडाष्टक योग में कल मनाई जाएगी हरियाली अमावस्या

locationजयपुरPublished: Jul 19, 2020 08:07:12 pm

Submitted by:

Girraj Sharma

श्रावण कृष्ण अमावस्या (Shravan Amavasya) पर 20 जुलाई को गुरु और शुक्र के षडाष्टक योग में हरियाली अमावस्या (Hariyali Amavasya) मनाई जाएगी। करीब 19 साल बाद सावन के सोमवार को हरियाली अमावस्या आएगी। वहीं इस साल हरियाली अमावस्या के दिन चंद्र, बुध, गुरु, शुक्र और शनि ग्रह अपनी-अपनी राशियों में रहेंगे।

गुरु और शुक्र के षडाष्टक योग में कल मनाई जाएगी हरियाली अमावस्या

गुरु और शुक्र के षडाष्टक योग में कल मनाई जाएगी हरियाली अमावस्या

गुरु और शुक्र के षडाष्टक योग में कल मनाई जाएगी हरियाली अमावस्या
— सोमवती अमावस्या के दिन पांच ग्रह रहेंगे स्व राशि में

जयपुर। श्रावण कृष्ण अमावस्या (Shravan Amavasya) पर 20 जुलाई को गुरु और शुक्र के षडाष्टक योग में हरियाली अमावस्या (Hariyali Amavasya) मनाई जाएगी। करीब 19 साल बाद सावन के सोमवार को हरियाली अमावस्या आएगी। वहीं इस साल हरियाली अमावस्या के दिन चंद्र, बुध, गुरु, शुक्र और शनि ग्रह अपनी-अपनी राशियों में रहेंगे।
ज्योतिषाचार्य आदित्य मोहन शर्मा ने बताया कि सोमवती अमावस्या के समय गुरु व शुक्र में षडाष्टक योग बना हुआ है। षडाष्टक योग का मतलब गुरु की राशि से शुक्र की राशि छठी तथा शुक्र की राशि से गुरु की राशि आठवीं होती है। इस प्रकार का योग देश काल के लिए शुभ नहीं होता है। अतः इस समय जो महामारी चल रही है, उसमें 1 अगस्त तक कोई भी कमी नहीं आएगी। श्रावण शुक्ल के महीने में इस वर्ष अष्टमी तिथि का क्षय हो रहा है। श्रावण शुक्ल में अष्टमी का क्षय होने से देवीय प्रकोप ज्यादा होता है।
ज्योतिषाचार्य डॉ. रवि शर्मा ने बताया कि सावन में सोमवार को सोमवती और हरियाली अमावस्या का संयोग करीब 19 साल बाद बन रहा है। इससे पहले श्रावण में 31 जुलाई 2000 में सोमवती और हरियाली अमावस्या एक साथ आई थी। हालांकि 2004 में सावन महीने में पुरुषोत्तम मास यानी अधिकमास आया था, तब भी दूसरे सावन महीने में सोमवती अमावस्या का संयोग बना था। इस साल हरियाली अमावस्या के दिन चंद्र, बुध, गुरु, शुक्र और शनि ग्रह अपनी-अपनी राशियों में रहेंगे। सावन में सोमवती अमावस्या और सोमवार को पूर्णिमा का संयोग 47 साल बाद आ रहा है।
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