ज्योतिषाचार्य डॉ. रवि शर्मा ने बताया कि सावन में सोमवार को सोमवती और हरियाली अमावस्या का संयोग करीब 19 साल बाद बन रहा है। इससे पहले श्रावण में 31 जुलाई 2000 में सोमवती और हरियाली अमावस्या एक साथ आई थी। हालांकि 2004 में सावन महीने में पुरुषोत्तम मास यानी अधिकमास आया था, तब भी दूसरे सावन महीने में सोमवती अमावस्या का संयोग बना था। इस साल हरियाली अमावस्या के दिन चंद्र, बुध, गुरु, शुक्र और शनि ग्रह अपनी-अपनी राशियों में रहेंगे। सावन में सोमवती अमावस्या और सोमवार को पूर्णिमा का संयोग 47 साल बाद आ रहा है।