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सावन में पांच सोमवार का संयोग, 16 साल बाद आएगी सोमवती अमावस्या

locationजयपुरPublished: Jul 05, 2020 08:35:13 pm

Submitted by:

Girraj Sharma

शिव आराधना का पवित्र माह श्रावण (सावन) मास सोमवार को शुरू होगा, जो 3 अगस्त रहेगा। इस बार श्रावण मास में पांच सोमवार आएंगे। श्रावण मास (Shravan month) की शुरुआत सोमवार से हो रही है और समापन भी 3 अगस्त को सोमवार को ही होगा। इसबार करीब 16 साल बाद सावन में सोमवती (हरियाली) अमावस्या (Somvati amavasya) आएंगी। सावन में करीब 19 दिन विशेष योग रहेंगे, जिसमें 11 दिन सर्वार्थसिद्धि योग रहेगा। सावन में करीब 17 दिन व्रत—त्योहार आएंगे।

सावन में पांच सोमवार का संयोग, 16 साल बाद आएगी सोमवती अमावस्या

सावन में पांच सोमवार का संयोग, 16 साल बाद आएगी सोमवती अमावस्या

सावन में पांच सोमवार का संयोग, 16 साल बाद आएगी सोमवती अमावस्या
— श्रावण मास में 17 दिन व्रत—त्योहार
— सावन की शुरुआत और समापन पर सोमवार

जयपुर। शिव आराधना का पवित्र माह श्रावण (सावन) मास सोमवार को शुरू होगा, जो 3 अगस्त रहेगा। इस बार श्रावण मास में पांच सोमवार आएंगे। श्रावण मास (Shravan month) की शुरुआत सोमवार से हो रही है और समापन भी 3 अगस्त को सोमवार को ही होगा। इसबार करीब 16 साल बाद सावन में सोमवती (हरियाली) अमावस्या (Somvati amavasya) आएंगी। सावन में करीब 19 दिन विशेष योग रहेंगे, जिसमें 11 दिन सर्वार्थसिद्धि योग रहेगा। सावन में करीब 17 दिन व्रत—त्योहार आएंगे।
ज्योतिषाचार्य डॉ. रवि शर्मा ने बताया कि सावन की शुरुआत उत्तराषाढ़ा नक्षत्र व वैधृति योग में होगी। इसके साथ ही चंद्रमा मकर राशि में विचरण करेगा। सावन में 11 दिन सर्वार्थसिद्धि योग आएगा। रवियोग 6 दिन के अलावा कुमार योग और राजयोग 4—4 दिन दिन आएंगे। यानी सावन में करीब 19 दिन विशेष योग रहेंगे। इससे इस बार सावन मास में जमकर बारिश होने के योग बन रहे है।
ज्योतिषाचार्य नरोत्तम पुजारी ने बताया कि इस बार सावन में पांच सोमवार के संयोग के साथ दोनों प्रदोष शनिवार को आ रहे है। ऐसे में सावन में शनि प्रदोष रहेंगे। ये शिव आराधना के लिए सिद्धि दायक बताए गए है।
चार मंगलवारों को मंगला गौरी की पूजा होगी। इस बार 16 साल बाद सोमवार को अमावस्या भी आ रही है। इससे पहले सावन में साल 2000 में सोमवार को अमावस्या आई थी। हालांकि वर्ष 2004 में श्रावण अधिकमास था, दूसरे श्रावण मास की अमावस्या भी सोमवती रही थी।
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सावन में ये आएंगे व्रत—त्योहार
दिन— व्रत त्योहार
6 जुलाई – श्रावण (सावन) मास की शुरुआत, सोमवार व्रत
7 जुलाई – पहला मंगलवार, मंगलागौरी व्रत
8 जुलाई – संकष्ट चतुर्थी
10 जुलाई – नाग पंचमी
13 जुलाई – दूसरा सोमवार व्रत
14 जुलाई – दूसरा मंगलागौरी व्रत
18 जुलाई – शनि प्रदोष
19 जुलाई – श्रावण शिवरात्रि
20 जुलाई – तीसरा श्रावण सोमवार व्रत, हरियाली अमावस्या
21 जुलाई – तीसरा मंगलागौरी व्रत
23 जुलाई – हरियाली तीज, मधुश्रवा तीज
25 जुलाई – नाग पंचमी
27 जुलाई – चौथा श्रावण सोमवर व्रत
28 जुलाई – चौथा मंगलागौरी व्रत
30 जुलाई – पवित्रा एकादशी
01 अगस्त – शनि प्रदोष
3 अगस्त – पांचवां श्रावण सोमवार व्रत और रक्षाबंधन
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