मंदिर प्रवक्ता मानस गोस्वामी ने बताया कि मध्यरात्रि 12 बजे 31 तोपों की सलामी होगी। इससे पहले रात 10 से 11 बजे तक श्रीकृष्ण जन्माष्टमी व्रत कथा पाठ होंगे। मध्यरात्रि 12 बजे गोविंद अभिषेक दर्शन खुलेंगे। गोविंद मिश्र वेदपाठ करेंगे, सालिगरामजी का पूजन किया जाएगा। इसके बाद गोविंददेवजी का अभिषेक होगा। अभिषेक में 31 लीटर दूध, 21 किलो दही, 2 किलो घी, 10 किलो बूरा, 2 किलो शहद अर्पण किया जाएगा। इस दौरान ठाकुरजी को पंजीरी लड्डू, सागारी लड्डू, सीरसा व रबडी का भोग लगाया जाएगा। मंदिर को बांदरवालों से सजाया गया है। वहीं 13 अगस्त को नंदोत्सव मनाया जाएगा।
जन्माष्टमी पर गोविंददेवजी के झांकियों का समय
झांकी — समय
मंगला आरती — तडके 3.45 से 4.30 बजे तक
धूप आरती — सुबह 7.30 से 9.30 बजे तक
श्रंगार आरती — सुबह 9.45 से 11.30 बजे तक
राजभोग आरती — सुबह 11.45 से दोपहर 1.30 बजे तक
ग्वाल आरती — शाम 4 से 6.30 बजे तक
संध्या आरती — 6.45 से रात 8.30 बजे तक
शयन आरती — रात 9.15 से 10.30 बजे तक
मंगला आरती — रात 11 से 11.15 बजे तक
तिथि पूजा व जन्माभिषेक — रात 12 से एक बजे तक