मंदिर महंत अंजनकुमार गोस्वामी ने बताया कि जन्माष्टमी पर ठाकुर श्रीजी के जन्माभिषेक में 425 लीटर दूध, 365 लीटर दही व 11 किलो घी, 85 किलो बूरा व 11 किलो शहद से श्रीगोविंद का जन्माभिषेक होगा। 6 पंडित वेदपाठ करेंगे। इससे पहले सालिगराम पूजन व पंच द्रव्यों का पूजन किया जाएगा। ठाकुरजी को विशेष भोग अर्पण किया जाएगा, इसमें पंजीरी लड्डू, खीरसा व रबड़ी का भोग लगाया जाएगा। रात 11 बजे श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की व्रत कथा होगी। मंदिर में 1000 स्वयंसेवक व्यवस्थाएं संभालेंगे, जो मंगला झांकी से अभिषेक समाप्त होने पर मौजूद रहेंगे। 13 एलईडी और 3 प्लाजमा टीवी पर लाइव दर्शन होंगे। सुरक्षा के लिए 10 मैटल डिटेक्टर से दर्शनार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा। बुजुर्ग, गर्भवती महिलाओं और बच्चों को मंदिर में नहीं आने की अपील की गई है।
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अगले दिन नंदोत्सव का आयोजन
मंदिर महंत अंजन कुमार गोस्वामी ने बताया कि मुख्य आयोजन 19 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर होगा। इस दिन तड़के 4.30 बजे मंगला आरती होगी। धूप आरती सुबह 7.30 बजे होगी। इस दिन रात्रि 12 बजे से 12.30 बजे तक तिथि पूजन और जन्माभिषेक के आयोजन होंगे। इसके अगले दिन नंदोत्सव का आयोजन होगा। नंदोत्सव सुबह शृंगार झांकी के दौरान सुबह 9.15 बजे से सुबह 10 बजे तक मनाया जाएगा। इस दिन शोभायात्रा निकाली जाएगी।
गोविंददेवजी के जन्माष्टमी पर झांकियों का समय
झांकी — समय
मंगला आरती — सुबह 4.30 बजे से 6.45 बजे तक
धूप आरती — सुबह 7.30 बजे से 9.30 बजे तक
शृंगार आरती — सुबह 9.45 बजे से 11.30 बजे तक
राजभोग आरती — मध्यान्ह 11.45 बजे से 1.30 बजे तक
ग्वाल आरती — शाम 4 बजे से 6.30 बजे तक
संध्या आरती — शाम 6.45 बजे से रात 8.30 बजे तक
शयन आरती — रात 9.15 बजे से 10.30 बजे तक
तिथि पूजन व अभिषेक — मध्यरात्रि 12 बजे से 12.30 बजे तक