Chhath Puja 2020 Shubh Yog इस संयोग में प्रारंभ हुआ छठ पर्व, अर्घ्य देते समय भी बनेगा सूर्य का शुभ योग
छठ पर्व चार दिनों तक मनाया जाता है। संतान की लंबी उम्र की कामना से ये कठिन व्रत किया जाता है। खास बात यह है कि इस बार पर्व के दौरान कई शुभ संयोग बन रहे हैं। सूर्य पूजा के इस पर्व के दौरान सबसे ज्यादा सूर्यदेव ही मेहरबान दिख रहे हैं।

जयपुर. बुधवार को नहाय खाय के साथ सूर्य पूजन का महापर्व छठ प्रारंभ हो गया है। इस बार यह उत्सव 18 नवंबर से 21 नवंबर तक मनाया जाएगा। ज्योतिषाचार्य पंडित सोमेश परसाई बताते हैं कि छठ पर्व की मुख्य पूजा 20 नवंबर को है। छठ पर्व पर भगवान सूर्य और उनकी बहन छठी मैया की उपासना की जाती है।
छठ पर्व चार दिनों तक मनाया जाता है। संतान की लंबी उम्र की कामना से ये कठिन व्रत किया जाता है। खास बात यह है कि इस बार पर्व के दौरान कई शुभ संयोग बन रहे हैं। सूर्य पूजा के इस पर्व के दौरान सबसे ज्यादा सूर्यदेव ही मेहरबान दिख रहे हैं। इस बार चारों दिन रवियोग बन रहा है। यहां तक कि पर्व की शुरुआत ही रवियोग में हो रही है।
छठ पर्व में सूर्य देव को अर्घ्य दिए जाते हैं। मुख्य पूजा कार्तिक शुक्ल पक्ष की षष्ठी के दिन होती है जिसमें ढलते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। दूसरे दिन यानि कार्तिक शुक्ल पक्ष की सप्तमी के दिन सुबह सूर्योदय के समय सूर्यदेव को अर्घ्य दिया जाता है। इस बार सांध्य अर्घ्य और उषा अर्घ्य दोनों ही रवियोग में ही दिए जाएंगे।
18 नवंबर को सूर्योदय से लेकर सुबह 10.40 बजे तक रवियोग बना था। इसी प्रकार 19 नवंबर को सुबह 9:40 बजे से दोपहर 2:30 बजे तक रवियोग रहेगा। 20 नवंबर को तो पूरे दिन रवियोग रहेगा और 21 नवंबर को सुबह 9:55 बजे तक रवियोग योग बना रहेगा। रवि योग बहुत शुभ योग माना जाता है। इसमें सूर्य को अर्घ्य देने से आरोग्यता प्राप्त होती है।
अब पाइए अपने शहर ( Jaipur News in Hindi) सबसे पहले पत्रिका वेबसाइट पर | Hindi News अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें Patrika Hindi News App, Hindi Samachar की ताज़ा खबरें हिदी में अपडेट पाने के लिए लाइक करें Patrika फेसबुक पेज