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प्रेम और विलासिता के कारक ग्रह शुक्रदेव का राशि परिवर्तन, इन राशियों के लिए लेकर आएंगे सुख—समृद्धि

locationजयपुरPublished: May 30, 2023 01:23:42 pm

Submitted by:

Girraj Sharma

Shukradev Change Zodiac: ज्येष्ठ शुक्ल दशमीयुक्त एकादशी पर विलासिता, प्रेम, वैभव और सुख शांति के कारक शुक्रदेव आज राशि परिवर्तन करेंगे। शुक्रदेव मिथुन राशि से निकलकर कर्क राशि में प्रवेश करेंगे।

प्रेम और विलासिता के कारक ग्रह शुक्रदेव का राशि परिवर्तन, इन राशियों के लिए लेकर आएंगे सुख—समृद्धि

प्रेम और विलासिता के कारक ग्रह शुक्रदेव का राशि परिवर्तन, इन राशियों के लिए लेकर आएंगे सुख—समृद्धि

जयपुर। ज्येष्ठ शुक्ल दशमीयुक्त एकादशी पर विलासिता, प्रेम, वैभव और सुख शांति के कारक शुक्रदेव आज राशि परिवर्तन करेंगे। शुक्रदेव मिथुन राशि से निकलकर कर्क राशि में प्रवेश करेंगे।

शुक्र का कर्क राशि में गोचर 30 मई को शाम 7 बजकर 39 मिनट पर होगा। शुक्रदेव मिथुन राशि से निकलकर कर्क राशि में प्रवेश करेंगे। शुक्र कर्क राशि में 7 जुलाई तक रहेंगे, इस दिन शुक्र तड़के 3 बजकर 59 मिनट पर सूर्य के स्वामित्व वाली सिंह राशि में प्रवेश कर जाएंगे।

इन राशियों के लिए रहेगा शुभ
ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि शुक्र का राशि परिवर्तन मेष, मिथुन, तुला और मीन राशि के जातको के लिए शुभ रहेगा। जबकि वृष, सिंह, वृश्चिक व धनु राशि के जातकों के लिए सामान्य फलदायक रहेगा। बाकि कर्क, कन्या, मकर व कुंभ राशि के जातकों के लिए शुक्र का राशि परिवर्तन अच्छा फलदायक नहीं होगा।

शुक्र का शुभ-अशुभ प्रभाव
ज्योतिषाचार्य व्यास ने बताया कि शुक्र के राशि परिवर्तन से भौतिक सुख और वैवाहिक सुख में वृद्धि होगी। कानूनी मामलों में वृद्धि होगी। देश की अर्थव्यवस्था के लिए शुभ रहेगा। शुक्र के राशि बदलने से खाने की चीजों की कीमतें सामान्य रहेंगी। सब्जियां, तिलहन और दलहन की कीमतें कम होंगी। मशीनरी समान महंगे हो सकते हैं। व्यापार में तेजी रहेगी। सोने चांदी के भाव में वृद्धि होगी। दूध से बनी चीजों का उत्पादन बढ़ सकता है। सुख-सुविधाओं की चीजों में बढ़ोत्तरी भी हो सकती है। रोजगार के क्षेत्रों में वृद्धि होगी। आय में बढ़ोतरी होगी। इसके साथ ही राजनीति में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा।

 

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शुक्रदेव वृषभ और तुला राशि के स्वामी
ज्योतिषाचार्य डॉ. रवि शर्मा ने बताया कि नवग्रहों में शामिल छठा ग्रह शुक्र वृषभ और तुला राशि का स्वामी माना जाता है। शुक्र एक शुभ ग्रह है, यदि शुक्र कुंडली में मजबूत होता है तो जातकों को इसके अच्छे परिणाम मिलते हैं, जबकि कमज़ोर होने पर यह अशुभ फल देता है। शुक्र को 27 नक्षत्रों में से भरणी, पूर्वा फाल्गुनी और पूर्वाषाढ़ा नक्षत्रों का स्वामित्व प्राप्त है। ग्रहों में बुध और शनि ग्रह शुक्र के मित्र ग्रह हैं, जबकि सूर्य और चंद्रमा इसके शत्रु ग्रह माने जाते हैं। शुक्र मीन राशि में उच्च के होते हैं तो कन्या राशि में नीच के माने जाते हैं। उच्च शुक्र शुभ फलदायी होते हैं, नीच शुक्र नकारात्मक परिणाम लेकर आते हैं।

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