बड़ी चौपड़ पर सैंकड़ों कारोबारीए लेकिन बुलियान में काम करने पूरे दस भी नहीं
बड़ी चौपड़ पर सोने चांदी का काम करने वाले सालों पुराने व्यापारियों ने बताया कि बुलियान छलावा है। कुछ देता है तो बहुत कुछ ले भी लेता है। चौपड़ और आसपास के क्षेत्र में सोने चांदी का काम करने वाले ज्वैलर सैंकडों की संख्या में है। अधिकतर जेवर बनाकर बेचने का काम करते हैं और कुछ जेवर गिरवी रखकर रुपए भी देते हैं। लेकिन सिर्फ आठ से दस कारोबारी ही बुलियान के काम मे दखल रखते हैं। उनमें से भी अधिकतर पर कर्ज है।
बड़ी चौपड़ पर सोने चांदी का काम करने वाले सालों पुराने व्यापारियों ने बताया कि बुलियान छलावा है। कुछ देता है तो बहुत कुछ ले भी लेता है। चौपड़ और आसपास के क्षेत्र में सोने चांदी का काम करने वाले ज्वैलर सैंकडों की संख्या में है। अधिकतर जेवर बनाकर बेचने का काम करते हैं और कुछ जेवर गिरवी रखकर रुपए भी देते हैं। लेकिन सिर्फ आठ से दस कारोबारी ही बुलियान के काम मे दखल रखते हैं। उनमें से भी अधिकतर पर कर्ज है।
70 साल पहले दादा ने शुरु की थी फर्मए पिता ने भी संभालीए लेकिन कभी पुलिस नहीं आई
शेखर की फर्म के पास ही स्थित एक अन्य ज्वैलर ने बताया के शेखर के दादा ने करीब सत्तर साल पहले यह मुख्य फर्म खोली थी। उसके बाद कई सालों तक पिता बैठे और अच्छा व्यापार चला। एक फर्म से कई फर्म बनीं लेकिन पिछले तीन से चार साल में पुलिस और अन्य जांच एजेंसियों का आना जाना शुरु हो गया। करीब दो साल पहले शेखर के एक अन्य भांजे की भी संदिग्ध मौत हो गई थी। बताया जा रहा है कि उसी समय ईडी का छापा भी पडा था। कर चोरी समेत अन्य शिकायतें पहुंची थीं। उसके बाद से पुलिस का आना जाना भी शुरु हो गया।
शेखर की फर्म के पास ही स्थित एक अन्य ज्वैलर ने बताया के शेखर के दादा ने करीब सत्तर साल पहले यह मुख्य फर्म खोली थी। उसके बाद कई सालों तक पिता बैठे और अच्छा व्यापार चला। एक फर्म से कई फर्म बनीं लेकिन पिछले तीन से चार साल में पुलिस और अन्य जांच एजेंसियों का आना जाना शुरु हो गया। करीब दो साल पहले शेखर के एक अन्य भांजे की भी संदिग्ध मौत हो गई थी। बताया जा रहा है कि उसी समय ईडी का छापा भी पडा था। कर चोरी समेत अन्य शिकायतें पहुंची थीं। उसके बाद से पुलिस का आना जाना भी शुरु हो गया।