आबूरोड में बीती आधी रात तेज बारिश के चलते पानी का बहाव बढऩे से बनास नदी में फंसे किसान दम्पती, गोताखोरों ने नाव की मदद से नदी में फंसे दम्पती को सुरक्षित बाहर निकाला
जयपुर। आबूरोड में बीती आधी रात बाद तेज बारिश के चलते पानी का बहाव बढऩे से किसान दम्पती बनास नदी में फंस गए। ऐसे में बढ़ते पानी के बीच बबूल के पेड़ के सहारे रात भर खड़े रहे। बुधवार सुबह गोताखोरों ने नाव की मदद से नदी में फंसे दम्पती को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
जानकारी के अनुसार बुधवार सुबह करीब 6 बजे नगरपालिका कार्यालय और आनंदेश्वर मंदिर के पास कुछ लोगों ने पेड़ के सहारे खड़े दो जनों को नदी में फंसे हुए देखा तो पार्षद सुमित जोशी व पालिकाध्यक्ष मगनदान चारण को सूचना दी गई। सूचना पर तहसीलदार रामस्वरूप जौहर, शहर थानाधिकारी सरोज बैरवा मय जाब्ता मौके पर पहुंची।
नदी में फंसे भीलवास जूनी खराड़ी निवासी ताराचंद पुत्र मगनाराम भील और उसकी पत्नी गीता देवी को बचाने के लिए अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर गोताखोरों को रेस्क्यू के लिए सूचित किया। इस पर रेस्क्यू टीम ने बहती नदी में नाव चलाते हुए पेड़ पर अटके दम्पती तक पहुंचे। महज डेढ़ घंटे में ही दम्पती को नाव में बिठाकर सुरक्षित बाहर निकाल दिया। इसके बाद उन्हें आनंदेश्वर मंदिर लाया। तब पति-पत्नी दोनों की जान में जान आई। लुनियापुरा के गोताखोरों व नाविकों के प्रयासों की लोगों ने सराहना की।
तीन घंटे तक पेड़ के सहारे नदी में बचाई खुद की जान रात्रि में तेज वेग के साथ जलस्तर बढऩे से नदी में फंसे दम्पती ने आनंदेश्वर मंदिर के पास नदी में 3-4 घंटे तक जिंदगी और मौत से जूझते रहे। बबूल का पेड़ दोनों के लिए सहारा बना। अन्यथा तेज वेग में बहने से दोनों का बच पाना मुश्किल था। दम्पती ने पुलिस को बताया कि वे लोग नदी में झोपड़ा बनाकर रहते हैं। रात्रि में अचानक तेज पानी आने से बबूल के पेड़ के सहारे नदी के बहाव में बचने का प्रयास किया।