scriptप्रशासक ने लॉन्च किए स्वच्छता के स्लोगन लिखे 6 स्टीकर | six stickers on cleanliness launch by JMC for Swachch sarvekshan 2020 | Patrika News

प्रशासक ने लॉन्च किए स्वच्छता के स्लोगन लिखे 6 स्टीकर

locationजयपुरPublished: Dec 04, 2019 07:40:05 pm

जयपुर के ज्यादा से ज्यादा नागरिक स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 के बारे में जाने और स्वच्छता को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं। इसके लिए नगर निगम की ओर से एक नवाचार के तहत खाने के पैकेट पर स्वच्छ सर्वेक्षण का लोगो एवं स्वच्छता की अपील करने वाला स्लोगन लगाकर भेजा जाएगा।

बुधवार को नगर निगम के सभासद भवन में होटल, रेस्टोरेंट, विवाह स्थल एवं अस्पताल संचालको के लिए आयोजित कार्यशाला में प्रशासक विजयपाल सिंह ने स्वच्छ सर्वेक्षण के प्रचार-प्रसार के लिए 6 स्टीकर लॉन्च किए।
इस तरह पहुंचेगा संदेश
फूड डिलीवरी फर्मों एवं सीधे रेस्टोरेंट एवं स्वीट शॉप की ओर से जो खाने का सामान घर-घर तक पंहुचाया जाता है। उन डिब्बों पर यह आकर्षक स्टीकर लगाए जाएंगे।
यह संदेश दिया जाएगा जनता को
इन स्टीकर्स पर हेरिटेज सिटी का पूरा हुआ सपना, अब स्वच्छता का खिताब करना है अपना… खाने के साथ, स्वच्छता भी रखे याद… क्या आप जानते हैं जयपुर शहर स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 मेें भाग ले रहा है… जैसे स्वच्छता जागरूकता संदेश लिखे हुए हैं। कार्यशाला में आए फूड डिलीवरी फर्मों के प्रतिनिधियों से अपील की गई है कि वे खाने का पैकेट लेते समय, उस पर स्टीकर लगे होने की जांच कर लें यदि स्टीकर नहीं है तो संचालक से स्टीकर लगवाएं।
खुद भी कर सकते हैं तैयार
इन स्टीकरों के साथ यह सुविधा दी गई हैं कि रेस्टोरेंट, होटल, मिष्ठान्न भंडार संचालक आदि इन स्टीकरों की थीम और स्लोगनों में बदलाव किए बिना स्वयं के प्रतिष्ठान का नाम या लोगो भी इन स्टीकरों में शामिल कर सकते हंै।
स्वच्छ सर्वेक्षण की थीम पर सजाएं
प्रशासक विजयपाल सिंह ने सभी होटल, रेस्टोरेंट संचालकों से अपील की है कि वे अपने प्रतिष्ठानों को स्वच्छ सर्वेक्षण की थीम पर सजाएं ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इससे जुड़ सकें। इसके लिए स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 की थीम पर आधारित टेबल मेन्यू स्टैंड, स्टैंडी, फ्लैक्स बैनर आदि का इस्तेमाल करें।
होटलों की दी ये हिदायतें
सभी रेस्टोरेंट/होटल संचालक गीले एवं सूखे कचरे को अलग-अलग इकठ्ठा करें।
प्रतिष्ठानों के बाहर हरा एवं नीला डस्टबिन रखवायें। सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग नहीं हो।
मैरिज गार्डनों मेें महिला एवं पुरुषों के लिए अलग-अलग शौचालय हो।
मैरिज गार्डनों में एकत्रित होने वाले कचरे का सही निस्तारण हों।
हॉस्पिटलों में गीले एवं सूखे कचरे के साथ-साथ बायोमेडिकल वेस्ट को भी अलग से एकत्रित करके उसका निस्तारण किया जाए।
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