सभी रेस्टोरेंट/होटल संचालक गीले एवं सूखे कचरे को अलग-अलग इकठ्ठा करें।
प्रतिष्ठानों के बाहर हरा एवं नीला डस्टबिन रखवायें। सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग नहीं हो।
मैरिज गार्डनों मेें महिला एवं पुरुषों के लिए अलग-अलग शौचालय हो।
मैरिज गार्डनों में एकत्रित होने वाले कचरे का सही निस्तारण हों।
हॉस्पिटलों में गीले एवं सूखे कचरे के साथ-साथ बायोमेडिकल वेस्ट को भी अलग से एकत्रित करके उसका निस्तारण किया जाए।