scriptमोदी सरकार के छह साल…असहनीय कष्टकाल : गहलोत | Six years of Modi government ... unbearable period : Gehlot | Patrika News

मोदी सरकार के छह साल…असहनीय कष्टकाल : गहलोत

locationजयपुरPublished: May 31, 2020 12:45:45 am

Submitted by:

sanjay kaushik

मुख्यमंत्री ( Chief Minister ) अशोक गहलोत ( Ashok Gehlot ) ने शनिवार को मोदी सरकार 2.0 ( Modi Government 2.0 ) के एक साल पूरा ( One Year Completed ) करने पर कहा कि मोदी सरकार के पिछले छह साल को भारतीय इतिहास में उन कालखंडों में से एक के रूप में याद किया जाएगा, जब लोगों को सबसे अधिक असहनीय कष्टों ( Unbearable Period ) का सामना करना पड़ा। ( Jaipur News )

मोदी सरकार के छह साल...असहनीय कष्टकाल : गहलोत

मोदी सरकार के छह साल…असहनीय कष्टकाल : गहलोत

-मोदी सरकार 2.0 का एक साल

जयपुर। मुख्यमंत्री ( Chief Minister ) अशोक गहलोत ( Ashok Gehlot ) ने शनिवार को मोदी सरकार 2.0 ( Modi Government 2.0 ) के एक साल पूरा ( One Year Completed ) करने पर सोशल मीडियाा के जरिए पहले केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल और फिर केंद्र सरकार पर हमला ( Slams Central Government ) बोला। सीएम गहलोत ने कहा कि मोदी सरकार के पिछले छह साल को भारतीय इतिहास में उन कालखंडों में से एक के रूप में याद किया जाएगा, जब लोगों को सबसे अधिक असहनीय कष्टों ( Unbearable Period ) का सामना करना पड़ा। ( Jaipur News ) मोदी 2.0 का पहला साल भारत के अधिकतर आम लोगों के लिए सबसे बुरा रहा है। इतना ही नहीं अर्थव्यवस्था का हाल इतना खराब है कि कहीं से उम्मीद की कोई किरण नजर नहीं आती। मुख्यमंत्री गहलोत का यह भी कहना था कि कोरोना संक्रमण के चलते लागू लॉकडाउन के दौरान लोग सड़कों पर लाचारीवश आंसू बहाते रहे लेकिन केंद्र सरकार का दिल नहीं पसीजा और वह मूकदर्शक बनी रही।
-गहलोत के शब्दबाण…

-आर्थिक मोर्चे पर छह साल के परीक्षण और त्रुटि के बाद भी, पता नहीं कि सरकार कैसे अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करेगी और नौकरी देगी। उन लोगों की देखभाल कैसे करेगी, जिनके पास कोई पैसा-कोई काम नहीं है। यूपीए के तहत एक संपन्न अर्थव्यवस्था एनडीए ने पूरी तरह से नष्ट कर दी।
-मोदीजी के अधीन भारत के लोकतांत्रिक, उदारवादी नैतिकता को पूरी तरह से कम करके आंका गया है। एनडीए, संस्थानों की स्वायत्तता के साथ छेड़छाड़ कर रहा है। पीएसयू बेचे जा रहे हैं और सांप्रदायिक सद्भाव को बाधित किया जा रहा है।
-मोदी 2.0 को उस समय के रूप में याद किया जाएगा, जब लाखों लोगों ने सब कुछ खो दिया और उन्हें लॉकडाउन के दौरान असहनीय कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। सरकार मूकदर्शक बनी रही।
-रेलमंत्री को घेरा : 40 श्रमिक विशेष ट्रेनें विलंबित हो चुकी हैं। 1 ट्रेन को तो पहुंचने में 9 दिन लगे और अब तक 80 लोगों की मौत हो चुकी है। मंत्री गोयल को बिना पोर्टफोलियो के मंत्री बनाकर उन्हें केवल भाजपा के लिए धन उगाहने पर ध्यान केंद्रित करने दें।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो